कुल्लू: जिला कुल्लू की खराहल घाटी के बिजली महादेव रोपवे विरोध को लेकर अब ग्रामीणों का संघर्ष सड़कों पर उतर आया. मंगलवार को बिजली महादेव रोपवे विरोध संघर्ष समिति के आह्वान पर सैकड़ों लोग रामशिला पहुंचे और धरना प्रदर्शन करते हुए ढालपुर में डीसी कार्यालय के बाहर भी अपना विरोध व्यक्त किया. वही संघर्ष समिति के आह्वान पर जिला कुल्लू में अभी दोपहर तक बाजार बंद रखे गए और व्यापारियों ने भी संघर्ष समिति को अपना समर्थन दिया.
ऐसे में अब आने वाले दिनों में यह देखना होगा कि संघर्ष समिति का यह विरोध आखिर क्या रंग लाता है. क्या यहां पर रोपवे की स्थापना की जाएगी या फिर देववाणी का सम्मान करते हुए रोपवे को रद्द किया जाएगा. ढालपुर मैदान में सैकड़ो की संख्या में महिला व पुरुष नारेबाजी करते हुए डीसी कार्यालय पहुंचे तो वहीं, सीपीएस सुंदर ठाकुर भी लोगों के निशाने पर रहे. प्रदर्शन में शामिल लोगों ने सीपीएस सुंदर ठाकुर के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कहा कि उनके द्वारा देवता को जो पैसे देने की बात कही गई है. वह पूरी तरह से गलत है और उन्हें इसके लिए माफी भी मांगनी चाहिए. सीपीएस सुंदर ठाकुर को देव वाणी का सम्मान करना चाहिए और बिजली महादेव के आदेशों के अनुसार रोपवे को रद्द किया जाना चाहिए.
बीते दिनों ढालपुर में बार एसोसिएशन के द्वारा एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. जिसमें सीपीएस सुंदर ठाकुर मुख्य अतिथि के रुप में शामिल हुए थे. रोपवे के बारे में चर्चा करते हुए सीपीएस सुंदर ठाकुर ने कहा था कि अगर देवता को धन से भरा बैग मिल जाता. तो इस रोपवे का विरोध नहीं होता. जबकि विकास के लिए रोपवे को लगाया जाना काफी जरूरी है. ऐसे में सीपीए सुंदर ठाकुर ने कहा था कि रोपवे में को हर हाल में लगाया जाएगा. क्योंकि पूर्व कि भाजपा के सरकार में भी रोपवे को लगाने के लिए तैयारी की गई थी और स्थानीय लोगों ने भी इसमें अपनी हामी दर्ज की थी.
वही इस धरना प्रदर्शन में स्थानीय विधायक एवं सीपीएस सुंदर ठाकुर लोगों के खूब निशाने पर रहे. लोगों ने धरने प्रदर्शन के दौरान सीपीएस सुंदर ठाकुर का भी जमकर विरोध किया और उन्हें सलाह दी कि वह इस मामले में राजनीति बिल्कुल भी ना करे. रोपवे लगाने के लिए जो उन्होंने जिद पकड़ी है उसे छोड़ दें. वही लोगों ने उन्हें देव नियमों का हवाला देते हुए भी कहा कि अगर वह नियमों का पालन नहीं करते हैं तो देवता बिजली महादेव ही फिर इस पूरे मामले में इंसाफ करेंगे.
प्रदर्शन में शामिल लोगों ने कुल्लू देवी देवता कारदार व भगवान रघुनाथ के छड़ी बरदार महेश्वर सिंह को भी खूब लपेटा. प्रदर्शन में शामिल लोगों का कहना था कि अगर ढालपुर में कोई भी देव नियमों का उल्लंघना होती है तो देवी-देवता कारदार संघ और महेश्वर सिंह सबसे पहले इस मामले में कार्रवाई में आगे आते हैं. वो देव नियमों का भी हवाला देते हैं. लेकिन आज जब खुद देवता बिजली महादेव रूप में लगाने के लिए मना ही कर चुके हैं. तो कार दार संघ और महेश्वर सिंह अब इस मामले में क्यों चुप बैठे हुए हैं. क्योंकि यह दोनों ही राजनीति से जुड़े हुए हैं. लेकिन देव नीति के मामले में उन्हें राजनीति नहीं करनी चाहिए और नियमों की पालना करते हुए समाज का साथ देना चाहिए.
संघर्ष समिति के अध्यक्ष सर चंद ने कहा कि सीपीएस सुंदर ठाकुर ने बीते दिनों बार एसोसिएशन के कार्यक्रम में कहा था कि अगर देवता को पैसे मिल जाते तो वह चुप रहते. अब उन्हें पैसे नहीं मिले हैं तो अब लोग उनके नाम पर विरोध कर रहे हैं. जो कि गलत है. सर चंद का कहना है कि पहले भी इस रोपवे का विरोध किया गया था और आने वाले समय में भी इस रोपवे का विरोध किया जाएगा.
प्रदर्शन में शामिल जिया पंचायत के प्रधान संजीव कुमार का कहना है कि देवता बिजली महादेव लाखों लोगों की आस्था का केंद्र है और लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा. अगर कोई सरकार या अधिकारी इस मामले में जोर जबरदस्ती करेगा तो उसका खुलेआम विरोध किया जाएगा. लेकिन देवता की आदेशों का ग्रामीण हर हाल में सम्मान करेंगे. ऐसे में अभी भी समय है कि देवता के आदेशों का सम्मान करते हुए रोपवे को स्थगित किया जाए.