कुल्लू: कुल्लू सदर के विधायक सुंदर सिंह ठाकुर ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि कुल्लू की जनता की आवाज उठाना मेरा कर्तव्य है और नारेबाजी करना भी हमारा अधिकार है, लेकिन भाजपा सरकार को कब क्या निर्णय लेना है उन्हें इस बात का बिल्कुल भी पता नहीं है और उनकी बौखलाहट से यह सब जनता को नजर आ रहा है.
विधानसभा प्रकरण में कांग्रेस के विधायकों का नहीं कोई दोष
कुल्लू सदर के विधायक सुंदर सिंह ठाकुर ने कहा कि बीते दिनों विधानसभा में जो प्रकरण हुआ उसमें कांग्रेस के विधायकों का कोई दोष नहीं है. सुंदर सिंह ठाकुर ने कहा कि विधानसभा में जब राज्यपाल के द्वारा अभिभाषण पढ़ा जा रहा था तो वे अभिभाषण को बीच में छोड़कर ही चले गए. जोकि विधानसभा की परंपरा नहीं है.
सुंदर सिंह ठाकुर ने कहा कि जब इस बात का जवाब मांगने के लिए जब वे सीढ़ियों पर बैठे हुए थे तो उसी दौरान मंत्री सुरेश भारद्वाज के द्वारा उनके साथ अभद्र व्यवहार किया गया और उसके बाद का सारा प्रकरण लोगों ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में भी डाल दिया.
जनता की मांग को उठाना हमारा कर्तव्य
सुंदर सिंह ठाकुर का कहना है कि वे सिर्फ अभिभाषण को पूरा न करने का जवाब मांग रहे थे. इसी दौरान राज्य विधानसभा उपाध्यक्ष ने उनके साथ धक्का-मुक्की करना शुरू कर दी और पांच कांग्रेस के विधायकों को भी विधानसभा से निलंबित कर दिया गया.
सुंदर सिंह ठाकुर का कहना है कि जनता की मांग को उठाना उनका कर्तव्य है और नारेबाजी करना भी उनका अधिकार है. अब वे आगामी विधानसभा सत्र में सीढ़ियों पर बैठकर भी जनता की आवाजों को उठाएंगे और विधानसभा के भीतर भी कांग्रेस के विधायक सत्तापक्ष से सभी सवालों का जवाब भी मांगेंगे.
जानबूझ कर कांग्रेस विधायकों को किया निलंबित
विधायक सुंदर सिंह ठाकुर का कहना है कि कुल्लू जिला की समस्याओं को लेकर भी अब की बार विधानसभा में बहुत से सवाल किए जाने थे. शायद उसी आशंका को देखते हुए भाजपा सरकार के द्वारा उन्हें विधानसभा सत्र से निलंबित किया गया है.
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