कुल्लू: प्रदेश सरकार ने कनेक्टिविटी को मजबूत बनाने के लिए हेलीपोर्ट निर्माण की दिशा में काम करना शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में कुल्लू जिले के पिरड़ी में हेलीपोर्ट निर्माण के लिए भूमि का चयन कर दिया गया है. कुल्लू-मनाली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से महज छह किलोमीटर दूर ही हेलीपोर्ट का निर्माण किया जाएगा. इसके लिए भूमि का चयन करने के बाद फॉरेस्ट क्लीयरेंस आदि के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है.
साइट फाइनल होने के बाद दो तीन दिनों में इसका साइट प्लान बनकर तैयार हो जाएगा. इसके बाद केस को फॉरेस्ट क्लीयरेंस के लिए भेजा जाएगा. पिरड़ी में करीब 15 बीघा वन भूमि का टुकड़ा है. जिस पर हेलीपोर्ट बनाने की तैयारी शुरू हो गई है. हेलीपोर्ट बनने से कुल्लू-मनाली के पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. गौर रहे कि हर साल कुल्लू-मनाली की इन वादियों में लाखों पर्यटक पहुंचते हैं. हेलीपोर्ट के माध्यम से भी कई पर्यटक घाटी की इन वादियों में आ सकते हैं. देश-विदेश के इन पर्यटकों को हेलीपोर्ट से आवाजाही में आसानी होगी. (Heliport construction in Kullu district) (Heliport in kullu)
हालांकि विभाग से फॉरेस्ट क्लीयरेंस मिलने में कितना समय लगता है. इस पर भी काफी कुछ निर्भर करेगा, लेकिन शुरुआती दौर में पिरड़ी में हेलीपोर्ट की साइट चिन्हित हो गई है. हेलीपोर्ट बनने के बाद इस क्षेत्र का महत्व भी बढ़ेगा. जिला पर्यटन विकास अधिकारी सुनैयना शर्मा ने कहा कि जिला मुख्यालय के समीप ही हेलीपोर्ट का निर्माण किया जा रहा है. पिरड़ी में 15 बीघा भूमि का चयन हेलीपोर्ट के लिए किया गया है. साइट प्लान आ जाने के बाद फॉरेस्ट क्लीयरेंस के लिए केस भेज दिया जाएगा. (air transport himachal tourism)
स्थानीय पर्यटन कारोबारी घनश्याम शर्मा का कहना है कि एयरपोर्ट बनने से कुल्लू जिला में पर्यटन कारोबारियों को निश्चित तौर पर फायदा होगा प्रदेश सरकार की यह पहल पर्यटन कारोबारियों के लिए काफी फायदेमंद होगी. स्थानीय टैक्सी संचालक सुभाष का कहना है कि जिला में हेलीपोर्ट बनने से एक ओर जहां छोटे कारोबारियों को इसका लाभ मिलेगा. वहीं, अधिक संख्या में यहां पर्यटक भी पहुंचेंगे. जिससे टैक्सी के कारोबार में भी बढ़ोतरी होगी.
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