कुल्लू: हिमाचल प्रदेश में आई त्रासदी के बाद कई पर्यटक प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में फंस गए. प्रदेश में बारिश का दौर थमने के बाद इन पर्यटकों को सुरक्षित रेस्क्यू करने का काम किया जा रहा है. इसी कड़ी में जिला कुल्लू की मणिकर्ण घाटी से जहां कई पर्यटकों को सुरक्षित निकाल लिया गया है, तो वहीं, कई पर्यटक अपने-अपने होटलों में भी सुरक्षित ठहरे हुए हैं. ऐसे में ट्रैकिंग रूट पर गए हुए पर्यटकों को सुरक्षित निकालने के लिए प्रशासन रेस्क्यू टीम की मदद ले रहा है. वहीं, कुल्लू जिले के खीरगंगा में फंसे केरल के 20 छात्रों का रेस्क्यू किया गया.
केरल के छात्रों का सुरक्षित रेस्क्यू: मिली जानकारी के अनुसार कुल्लू जिले में केरल के पर्यटकों के एक ग्रुप को भी खीरगंगा से सुरक्षित निकालकर कसोल पहुंचाया गया है. सभी पर्यटक पूरी तरह से सुरक्षित हैं और अब कसोल से आगे उन्हें वाहनों के माध्यम से वापस उनके राज्य भेजा जाएगा. महादेव नेचर एडवेंचर के सदस्यों ने मणिकर्ण घाटी घूमने आए 20 छात्रों के एक ग्रुप को खीरगंगा क्षेत्र से सुरक्षित कसोल पहुंचाया है. यह जानकारी महादेव नेचर एडवेंचर के सदस्य टिटू नैय्यर ने दी.
खीरगंगा में ट्रैकिंग पर निकले थे स्टूडेंट: टिटू नैय्यर ने बताया की 8 जुलाई को लियो कंपनी केरल की ओर से छात्र-छात्राओं का एक ग्रुप ट्रैकिंग के लिए मणिकर्ण घाटी के दूर-दराज क्षेत्र खीरगंगा की तरफ गया था, जिसमें 12 छात्राएं तथा 8 छात्र शामिल थे. ये सभी मेडिकल के छात्र हैं. हाल ही में भारी बारिश से घाटी के सभी संपर्क मार्ग, पुल, बिजली व जनसंचार व्यवस्था इत्यादि बुरी तरह से ध्वस्त हुई हैं. इस विपरीत परिस्थिति में महादेव नेचर एडवेंचर टीम ने साहस दिखाते हुए सभी छात्रों को सुरक्षित कसोल पहुंचाया.
'सभी टूरिस्ट सुरक्षित': वहीं, डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग ने बताया कि जिला कुल्लू में सभी पर्यटक सुरक्षित हैं और अधिकतर पर्यटकों को अपने-अपने घरों की ओर रवाना कर दिया गया है. ऐसे में अब बिजली, पानी व सड़क व्यवस्था को ठीक किया जा रहा है, ताकि यहां पर फंसे हुए पर्यटकों के वाहनों को भी सुरक्षित निकाला जा सके.
ये भी पढे़ं: Chandratal Rescue Operation रहा सफल, सभी यात्रियों को सुरक्षित निकाला गया, सीएम सुक्खू ने शेयर किया वीडियो