कुल्लू: बजट में पेंशनर, एनपीएस कर्मचारियों, करुणामूलक आधार पर आश्रितों की अनदेखी की गई. यह बात हिमाचल पेंशनर्स फेडरेशन के प्रदेश महासचिव टीडी ठाकुर ने पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए (Himachal Pensioners Federation PC in Kullu)कही. उन्होंने कहा कि बजट निराशाजनक है. उन्होंने कहा कि सांसद और विधायकों को 1 साल उस पद पर रहने पर पेंशन की सुविधा मिल रही, लेकिन एनपीएस कर्मचारियों को सरकार की तरफ से यह सुविधा नहीं दी जा रही.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने राज्य दिवस के मौके पर घोषणा की थी कि संशोधित पेंशन पद्धति पर दी जाएगी, लेकिन 25 फरवरी को वित्त विभाग ने जो आदेश संशोधित पेंशन के लिए दिए पद्धति पर नहीं है. उसमें 65, 70 व 70 वर्ष की आयु पर पेंशन वृद्धि गायब है. जिससे पेंशनर निराशा है. यही नहीं एक अलग आदेश में पेंशन भत्ते को पुरानी पेंशन पर देय रखा है. वहीं, सरकार एनपीएस कर्मचारी को ओल्ड पेंशन देने में भी आनाकानी कर रही जो कि निंदनीय है.
प्रदेश महासचिव टीडी ठाकुर ने बताया कि पूर्व कांग्रेस सरकार ने 17 दिसंबर 2016 को पेंशनर दिवस पर घोषणा की थी कि पेंशनर को पेंशन भत्ते के पंजाब की तर्ज पर मूल पेंशन में जोड़ा जाएगा, लेकिन यह मात्र घोषणा ही रही.अब भाजपा सरकार भी पेंशनर के साथ भेदभाव कर रही जो कतई भी सहन नहीं किया जाएगा. वहीं, उन्होंने कहा कि 3 सालों से कुल्लू का भूतनाथ पुल मरम्मत ना होने के चलते बंद पड़ा ,जिससे लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. इस बारे में कई बार जिला प्रशासन को अवगत करवाया गया लेकिन आज भी हालात वैसे ही बने हुए हैं.
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