कुल्लू: मार्च और अप्रैल में लगातार हो रही बारिश और बर्फबारी से लोगों का जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है. एक ओर कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन होने से लोग घरों में ही दुबके हैं, वहीं दूसरी ओर मौसम लोगों की परेशानी का सबब बन गया है.
मौसम के बेरुखी से पहले ही जिला में प्लम और नाशपाती की फसल खराब हो गई है. इन दिनों सेब के बगीचों में फ्लावरिंग और सेटिंग का दौर चल रहा है. रोहतांग दर्रा के साथ कुंजुम दर्रा, मढ़ी, कोकसर और बारालाचा समेत ऊंचे पर्वतों में रुक-रुक कर बर्फबारी का दौर जारी रहा, लेकिन कुल्लू-मनाली के निचले क्षेत्रों सहित केलांग, सिस्सू, गोंधला और पट्टन घाटी में बारिश का दौर शुरू हो गया.
रोहतांग दर्रा की बहाली में जुटे बीआरओ का काम भी बार-बार प्रभावित हो रहा है और शुक्रवार को भी बर्फ हटाने का काम बंद रहा. इससे कुल्लू-मनाली से लाहौल जाने वाले लोगों की परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है. मकरवे, शिकरवे, हनुमान टिब्बा, इंद्रकिला, हामटा, भृगु लेक, दशौहर झील, चंद्रखनी, फोजल जोत, पांडु रोप और शिगरी ग्लेशियर में भी बर्फ के फाहे गिरे हैं.