कुल्लू: शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि सड़कें पर्वतीय प्रदेशों की भाग्य रेखाएं कहलाती हैं. प्रदेश सरकार का लक्ष्य प्रत्येक क्षेत्र को सड़क कनेक्टिविटी प्रदान करने का है. शिक्षा मंत्री, मनाली विधानसभा के अंतर्गत भाटग्रां मोड़ से खड़ीहार सड़क के भूमि पूजन की रस्म पूरी करने के बाद बोल रहे थे. नाबार्ड योजना के तहत निर्मित होने वाली इस सड़क के निर्माण पर 376.39 लाख रुपए की राशि खर्च होगी. सड़क के निर्माण से दो बड़े गावों की आबादी लाभान्वित होगी.
गोविंद ठाकुर ने कहा कि सड़क विकास का आधार है और लोगों की मूलभूत जरूरत बन चुकी हैं. उन्होंने कहा कि प्रत्येक उस क्षेत्र को सड़क सुविधा प्रदान की जा रही है जहां आवश्यकता है और जमीन का कोई मुद्दा नहीं है. उन्होंने कहा कि मनाली विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत पिछले साढ़े तीन सालों के दौरान अनेक सड़कों का निर्माण किया गया है. बहुत सी सड़कों को पक्का किया गया है और अनेक पुलों का निर्माण हुआ है. उन्होंने कहा कि जहां कहीं पर भी लोग सड़क की मांग करते हैं, उसे तुरंत पूरा करने के प्रयास किए जा रहे हैं बशर्तें किसी प्रकार का भूमि विवाद न हो.
उन्होंने मनाली विधानसभा क्षेत्र के विकास के लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की उदारता के लिए, उनका आभार व्यक्त किया. शिक्षा मंत्री ने बताया कि बाड़ीशिल के लिए सम्पर्क सड़क का निर्माण 6.50 लाख रुपए की लागत से किया जा रहा है. शिरड़ के लिए 11 लाख की लागत से सड़क का निर्माण कार्य जारी है. 12 लाख रुपए की लागत से डोहलूनाला से भाटग्रां सड़क का सीसी कार्य पूरा कर लिया गया है. इसी प्रकार, 312 लाख की लागत से कराल-हिमरी सड़क का चौड़ीकरण का कार्य पूरा कर लिया गया है. रायसन में ब्यास नदी पर डबल लेन 80 मीटर स्पैन पुल का निर्माण कार्य 18 करोड़ की लागत से इसी महीने आरंभ किया जाएगा, इसके लिए सभी प्रक्रियाएं पूर्ण कर ली गई हैं. इसके अलावा 89 लाख की लागत से उच्च पाठशाला भवन शिरड़ का कार्य पूरा कर लिया गया है.
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