कुल्लू: कृषि विभाग निरमंड के कारनामे से हर कोई दंग रह गया है. विभाग द्वारा सबसिडी के तहत मटर के बीज के दाम 46 रुपये प्रति किलो है. जबकि निरमंड में किसानों को मटर के बीज 57 रुपये प्रति किलो में बेचा जा रहा है. ऐसे में किसानों ने विभाग के प्रति खासा रोष प्रकट किया है.
गौरतलब है कि इन दिनों किसान बागवान मटर की खरीद परोख्त कर रहे हैं. बता दें कि कुल्लू जिला के निरमंड में किसान मटर के बीज की खरीद के लिए कृषि विभाग के कार्यालय पहुंचे तो यहां पर एक अधिकारी ने पहले तो बहाना बना दिया. फिर जब किसानों ने मटर के दाम के बारे में पूछा तो उन्होंने जवाब दिया कि कृषि विभाग में मटर के दाम 57 रुपये प्रति किलोग्राम है. जिसके बाद कुछ किसानों ने तो मटर का बीज इसी दाम में ले लिया.
वहीं, इस पर कुछ किसानों को संदेह हुआ तो उन्होंने मटर के बीज के दाम जानने की कोशिश की. किसानों ने कृषि विभाग कुल्लू के उपनिदेशक से बात की तो पता चला कि मटर का मुल्य 46 रुपये प्रतिकिलो है. हालांकि, उक्त अधिकारी व कर्मचारी ने कई किसानों से 11 रुपये एक किलो पर अतिरिक्त ले लिए. इस पर किसान गुस्सा हो गए और उन्होंने इसकी शिकायत उच्च स्तर पर करने का निर्णय लिया.
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किसानों का कहना है कि कृषि विभाग व उद्यान विभाग के कार्यालय के बाहर हर वस्तु की रेट लिस्ट लगी होनी चाहिए. ऐसे में ग्रामीण इलाकों से आए हुए कसानों को काफी चपत लगती है. कितने दिनों से ये माजरा चल रहा था और कितने पैसे किसानों से ज्यादा लिए गए हैं, इस पर जांच होनी चाहिए.
हिमाचल किसान सभा निरमंड के अध्यक्ष पूर्ण ठाकुर ने कहा कि हर विभाग के कार्यालय में मुल्य सूची लगनी चाहिए ताकि किसानों के साथ ऐसा दोबारा न हो. उन्होंने इस मामले को लेकर किसान सभा ने उचित कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने कहा कि अगर कृषि विभाग इस पर कार्रवाई नहीं करता है तो किसान सभा उग्र आंदोलन करने में भी कोई गुरेज नहीं करेगी.
वहीं, कृषि विभाग कुल्लू के उपनिदेशक राज पाल शर्मा ने कहा कि उनके ध्यान में मामला आया है और उन्होंने इस संदर्भ में जांच करने के आदेश जारी कर दिए हैं. उन्होंने कहा कि कई बार धोखा भी लग सकती है, लेकिन अगर ऐसा है तो इस पर जरूर कार्रवाई की जाएगी.
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