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कूड़ा संयंत्र शुरू होने से लोगों को मिली राहत, रांगड़ी में कचरे से बनेगी बिजली - Electricity will be generated from waste in Manali

मार्च 2020 तक संयंत्र में कूड़े से बिजली पैदा करने का लक्ष्य रखा गया है. कूड़ा संयंत्र शुरू होने से रांगड़ी व उसके आसपास के क्षेत्र के लोगों को कचरे और इससे फैलने वाली बदबू से भी निजात मिली है.

Electricity will be generated from waste in Manali
कूड़ा संयंत्र शुरू होने से लोगों को मिली राहत, रांगड़ी में कचरे से बनेगी बिजली
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Published : Dec 23, 2019, 11:02 AM IST

कुल्लू: पर्यटन नगरी मनाली के पास रांगड़ी में स्थापित कूड़ा संयंत्र प्लांट से कचरे का निष्पादन शुरू हो गया है. कूड़े के निष्पादन में निकलने वाले आरडीएफ को तैयार कर एसीसी सीमेंट फैक्टरी बरमाणा भेजना शुरू कर दिया है. मनाली में इकट्ठे होने वाले कूड़े का समय रहते निष्पादन किया जा रहा है.

वीडियो.

मार्च 2020 तक संयंत्र में कूड़े से बिजली पैदा करने का लक्ष्य रखा गया है. कूड़ा संयंत्र शुरू होने से रांगड़ी व उसके आसपास के क्षेत्र के लोगों को कचरे और इससे फैलने वाली बदबू से भी निजात मिली है. गौर रहे कि मनाली के प्रवेशद्वार रांगड़ी में ही कचरे के ढेरों से पर्यटन नगरी की सुंदरता को ग्रहण लग रहा था.

स्थानीय लोगों के साथ पर्यटकों को भी यहां कूड़े के ढेर से आने वाली बदबू के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था, ऐसे में कूड़ा संयंत्र शुरू होने से लोगों को राहत मिली है. लोगों का कहना है कि कूड़ा संयंत्र को सही तरीके से चलाया जाना चाहिए, जिससे भविष्य में किसी प्रकार की दिक्कत न आए.

वन, परिवहन, युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने भी कूड़ा संयंत्र का दौरा किया है. उन्होंने कहा कि मार्च 2020 तक यहां बिजली का उत्पादन शुरू किया जाएगा. पर्यटन स्थल मनाली को साफ-सुथरा और सुंदर बनाए रखने के लिए कूड़ा संयंत्र अपनी अहम भूमिका निभाएगा। मनाली को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाएगा. अनछुए पर्यटन स्थलों को भी प्रदेश सरकार विकसित करने के निरंतर प्रयास कर रही है.

ये भी पढे़ं: जयराम सरकार के जश्न के दौरान शिमला में नहीं लगेगा जाम, प्रशासन ने तैयार किया ट्रैफिक प्लान

कुल्लू: पर्यटन नगरी मनाली के पास रांगड़ी में स्थापित कूड़ा संयंत्र प्लांट से कचरे का निष्पादन शुरू हो गया है. कूड़े के निष्पादन में निकलने वाले आरडीएफ को तैयार कर एसीसी सीमेंट फैक्टरी बरमाणा भेजना शुरू कर दिया है. मनाली में इकट्ठे होने वाले कूड़े का समय रहते निष्पादन किया जा रहा है.

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मार्च 2020 तक संयंत्र में कूड़े से बिजली पैदा करने का लक्ष्य रखा गया है. कूड़ा संयंत्र शुरू होने से रांगड़ी व उसके आसपास के क्षेत्र के लोगों को कचरे और इससे फैलने वाली बदबू से भी निजात मिली है. गौर रहे कि मनाली के प्रवेशद्वार रांगड़ी में ही कचरे के ढेरों से पर्यटन नगरी की सुंदरता को ग्रहण लग रहा था.

स्थानीय लोगों के साथ पर्यटकों को भी यहां कूड़े के ढेर से आने वाली बदबू के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था, ऐसे में कूड़ा संयंत्र शुरू होने से लोगों को राहत मिली है. लोगों का कहना है कि कूड़ा संयंत्र को सही तरीके से चलाया जाना चाहिए, जिससे भविष्य में किसी प्रकार की दिक्कत न आए.

वन, परिवहन, युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने भी कूड़ा संयंत्र का दौरा किया है. उन्होंने कहा कि मार्च 2020 तक यहां बिजली का उत्पादन शुरू किया जाएगा. पर्यटन स्थल मनाली को साफ-सुथरा और सुंदर बनाए रखने के लिए कूड़ा संयंत्र अपनी अहम भूमिका निभाएगा। मनाली को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाएगा. अनछुए पर्यटन स्थलों को भी प्रदेश सरकार विकसित करने के निरंतर प्रयास कर रही है.

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Intro:रांगड़ी में कचरे से जल्द बनेगी बिजली
वन मंत्री ने किया सयंत्र का दौरा
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पर्यटन नगरी मनाली के पास रांगड़ी में स्थापित कूड़ा संयंत्र प्लांट से कचरे का निष्पादन शुरू हो गया है। कूड़े के निष्पादन में निकलने वाले आरडीएफ को तैयार कर एसीसी सीमेंट फैक्टरी बरमाणा भेजना शुरू कर दिया है। मनाली में इकट्ठे होने वाले कूड़े का समय रहते निष्पादन किया जा रहा है। मार्च 2020 तक संयंत्र में कूड़े से बिजली पैदा करने का लक्ष्य रखा गया है। कूड़ा संयंत्र शुरू होने से रांगड़ी व उसके आसपास के क्षेत्र के लोगों को कचरे और इससे फैलने वाली बदबू से भी निजात मिली है। गौर रहे कि मनाली के प्रवेशद्वार रांगड़ी में ही कचरे के ढेरों से पर्यटन नगरी की सुंदरता को ग्रहण लग रहा था। स्थानीय लोगों के साथ पर्यटकों को भी यहां कूड़े के ढेर से आने वाली बदबू के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। ऐसे में कूड़ा संयंत्र शुरू होने से लोगों को राहत मिली है। घाटीवासी पूर्ण सिंह, राकेश, सुनील, सन्नी ठाकुर, विजय और तारा चंद ने कहा कि कूड़ा संयंत्र को सही तरीके से चलाया जाना चाहिए, जिससे भविष्य में किसी प्रकार की दिक्कत न आए। उन्होंने कहा कि कूड़ा संयंत्र पिरड़ी का उचित संचालन न होने के कारण इसे बंद करना पड़ा था। नगर परिषद मनाली घरों से कूड़े को अलग-अलग कर संयंत्र तक लाएं, जिससे कूड़े के निष्पादन में समस्या न आए। Conclusion:

वन, परिवहन, युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने भी कूड़ा संयंत्र का दौरा किया है। उन्होंने कहा कि मार्च 2020 तक यहां बिजली का उत्पादन शुरू किया जाएगा। पर्यटन स्थल मनाली को साफ-सुथरा और सुंदर बनाए रखने के लिए कूड़ा संयंत्र अपनी अहम भूमिका निभाएगा। मनाली को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाएगा। अनछुए पर्यटन स्थलों को भी प्रदेश सरकार विकसित करने के निरंतर प्रयास कर रही है।
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