कुल्लूः जिला कुल्लू के कुल्लू एवं मनाली उपमंडल में कौवों की अप्रत्याशित मृत्यु दर एवं राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान भोपाल द्वारा जांचे गए मृत कौवों के नमूनों में बर्ड फ्लू एच5एन8 की पुष्टि होने के उपरांत स्थिति की समीक्षा के लिए उपायुक्त कुल्लू डॉ. ऋचा वर्मा की अध्यक्षता में आज बैठक का आयोजन किया गया था.
इस बैठक में बर्ड फ्लू को लेकर उपायुक्त कुल्लू डॉ. ऋचा वर्मा ने वन विभाग को वन्य पक्षियों की व्यापक स्तर पर निगरानी रखने, मृत पक्षियों का उचित तरीके से निपटारा करने और जिस स्थान पर मृत पक्षी पाए जाते हैं, उस स्थान को निस्संक्रामक (डिसइन्फेक्टेंट) करने के आदेश दिए.
नमूने एकत्रित कर प्रयोगशाला भेजने के दिए निर्देश
वहीं, पशुपालन विभाग को एहतियात के तौर पर घरेलू मुर्गियों और चिकन की दुकानों की सघन निगरानी करने एवं इनके नमूने एकत्रित कर प्रयोगशाला भेजने के निर्देश दिए गए. स्वास्थ्य विभाग को उचित मात्रा में दवाइयों का प्रबंध करने के दिशा-निर्देश भी उपायुक्त द्वारा जारी किए गए हैं.
नगर परिषद कुल्लू, मनाली एवं नगर पंचायत भुंतर के अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए कि उनके अंतर्गत आने वाली चिकन की दुकानों द्वारा मुर्गों के अपशिष्ट को खुले में न फेंका जाए और उचित ढंग से निपटारा किया जाए.
उपायुक्त ने की लोगों से की ये अपील
इसके अतिरिक्त आमजन से उपायुक्त डॉ. ऋचा वर्मा ने यह अपील की है कि यदि उन्हें कहीं मृत पक्षी मिलते हैं तो उन्हें नंगे हाथों से न छुए. इसकी सूचना वन विभाग या पशुपालन विभाग के अधिकारियों को दी जाए. मुर्गी के मांस एवं अण्डों को 70 डिग्री सेंटीग्रेड तापमान पर पकाकर एवं उबालकर सेवन करें.
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन संबंधित विभागों के साथ स्थिति पर कड़ी नजर बनाए हुए है एवं आम जनमानस को घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि अभी तक घरेलू एवं व्यावसायिक पोल्ट्री में बर्ड फ्लू का संक्रमण नहीं हुआ है.
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