कुल्लू: साइबर ठग आपको ठगने के लिए नए-नए तरीके अपनाते हैं. बैंक खाते से जुड़ी जानकारी से लेकर लॉटरी, नौकरी और डिस्काउंट के नाम पर भी ठगी होती है. सोशल मीडिया पर ठग दोस्ती करके भी आपसे ठगी कर सकते हैं.
फेसबुक से दोस्ती और ठगी
मामला कुल्लू के शालंग का है जहां महिला को फेसबुक पर दोस्ती करना महंगा पड़ गया. महिला के मुताबिक फेसबुक पर उसने अल्बर्ट जॉनसन नाम के शख्स से दोस्ती हुई थी. फेसबुक पर करीब एक साल की दोस्ती के बाद ठग ने महिला के साथ 25 लाख रुपये की ठगी को अंजाम दिया.
ठगों ने महिला को इस तरह से लालच के जाल में फंसाया कि जब तक उसे पता चला तब तक उसके साथ 25 लाख रुपये की ठगी हो चुकी थी. जिसके बाद महिला ने 30 जनवरी 2020 को पुलिस में ठगी की शिकायत की.
महिला से ऐसे हुई 25 लाख की ठगी
महिला की दोस्ती फेसबुक के जरिये अल्बर्ट जॉनसन नाम के शख्स से हुई थी. इसके बात दोनों के बीच व्हाट्स एप पर भी बातचीत होने लग थी. एक दिन अल्बर्ट ने महिला से कहा कि वो एक गिफ्ट पार्सल भेज रहा है. इसके तीन दिन बाद महिला को मुंबई से फोन आया कि पार्सल के लिए महिला को फीस के तौर पर 65950 रुपये मांगे गए. महिला ने ये पैसा ऑनलाइन भेज दिया.
इसके बाद महिला को फोन आता है कि गिफ्ट पार्सल को एयरपोर्ट पर स्कैन किया गया है जिसमें सोने चांदी के कई आभूषण और 80 हजार पाउंड हैं. इस गिफ्ट पार्सल को लेने के लिए महिला से 3 लाख रुपये इनकम टैक्स के रूप में मांगे गए. महिला ने 3 लाख रुपये ठगों के बताए अकाउंट नंबर में जमा करवा दिए.
इसके बाद गिफ्ट पार्सल में तरह -तरह की कमियां निकालकर शातिर ठग महिला से पैसों की मांग करते रहे. महिला भी ठगों के बताए अलग-अलग बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर करती रही.
महिला ने रिश्तेदारों से उधार लिए पैसे
गिफ्ट पार्सल के लालच में महिला ठगों को पैसे भिजवाती रही. महिला ने अपने रिश्तेदारों से भी पैसे उधार लिए और ठगों के बताए खातों में ट्रांसफर किए. जब तब महिला को इस ठगी का अंदाजा हुआ तब तक वो ठगों के बताए बैंक खातों में 25 लाख रुपये भेज चुकी थी. इसके बाद ना तो उस ठग से फेसबुक पर संपर्क हो पाया और ना ही फोन पर.
पुलिस ने ठगों के लिए बिछाया जाल
महिला से 25 लाख की ठगी का मामला साइबर सेल तक पहुंचा तो ठगों को फंसाने के लिए पुलिस ने भी जाल बिछाया. साइबर सेल के एक कॉन्स्टेबल ने करीब डेढ़ महीने तक लड़की बनकर फेसबुक के जरिये शातिर से बात की.
ठगों को पुलिस जांच की भनक ना लगे इसके लिए पीड़िता की भी बातचीत भी शातिर ठगों के साथ जारी रखी गई. इस दौरान पुलिस को कई बैंक अकाउंट, फेसबुक आईडी, व्हॉट्स एप की डिटेल की भी जांच की जिससे इस गैंग में शामिल लोगों की जानकारी मिली. इस जानकारी से मामले की तहकीकात में भी मदद मिली.
पुलिस गिरफ्त में आरोपी ठग
जांच के दौरान मामले के तार गोरखपुर से जुड़े. पुलिस की एक टीम गोरखपुर पहुंची जहां इस 25 लाख की ठगी के मामले में पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया. आरोपियों से ठगी के लिए इस्तेमाल किए गए एटीएम कार्ड, पास बुक, चेक बुक, स्टैंप पैड आदि बरामद किए गए. जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि शातिर ठगों ने महिला से 25 लाख रुपये की ठगी के लिए अलग-अलग 10 अकाउंट का इस्तेमाल किया. ये तीनों आरोपी फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं.
ठगों ने बनाए थे जाली आधार और बैंक खाते
शातिर ठगों ने जो जाली अकाउंट बनाए थे उसमें 7 नेपाली और 3 भारतीयों के बैंक खाते थे. पुलिस ने इन बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है. एसपी कुल्लू गौरव सिंह ने बताया कि इन आरोपियों ने कई नेपाली लोगों का जाली आधार कार्ड बनवाकर उनके बैंक खाते खुलवाए और सिम कार्ड खरीदे थे.
इसके लिए ठगों ने प्रधान और पार्षद के जाली लेटर पैड पर इन लोगों के सत्यापन करवाया. इन खातों का इस्तेमाल ठगी के लिए किया जाता था, लोगों को शिकार बनाकर इन खातों में पैसे ट्रांसफर करवाकर निकाल लिए जाते थे. इन शातिर ठगों ने 50 से भी ज्यादा जाली अकाउंट बनाए और सिम कार्ड लिए. ये ठग अपना गोरखधंधा दिल्ली, गोरखपुर, मुरादाबाद, लखनऊ, झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल आदि जगहों से चलाते थे.