कुल्लू: कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता अरुण शर्मा ने बड़ा खुलासा करते हुए बीजेपी सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है. उन्होंने खुलासा किया है कि किसानों से अब प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के पैसे वापस लिए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश व देश के हजारों किसानों को तहसीलदारों के नोटिस आए हैं कि उनको इस योजना के तहत दिया गया धन वापस लौटाया जाए.
चुनाव प्रचार पर आए थे कांग्रेस प्रवक्ता
अरुण शर्मा लोयर ढालपुर में कांग्रेस प्रत्याशी गोपालकृष्ण महंत के पक्ष में चुनाव प्रचार पर आए थे. उन्होंने कहा कि तहसीदारों की ओर से किसानों को जो नोटिस दिए गए हैं उसमें स्पष्ट लिखा गया है कि पांच दिन के अंदर अगर पैसे वापस नहीं लौटाए तो उनकी जमीन कुर्क करके पैसे वसूले जाएंगे.
पंचायतीराज चुनाव में बीजेपी पर पड़ रहा असर
कांग्रेस प्रवक्ता ने पत्रकारों को कुछ किसानों को दिए नोटिस की कापी भी जारी की. इस खबर से किसानों में हड़कंप मच गया है और पंचायतीराज चुनाव के दौरान हुई इस बड़ी घटना का सीधा असर बीजेपी सरकार पर पड़ता नजर आ रहा है. इस घटना से कांग्रेस के हाथ में चुनाव के दौरान बड़ा मुद्दा आ गया है.
किसानों को नोटिस जारी करने का दौर जारी
वहीं किसानों को नोटिस देने का दौर जारी है. प्रदेश में बहुत सारे किसानों को इस तरह के नोटिस आए हैं. बताया जा रहा है जिस भी किसान ने इनकम टैक्स की रिटर्न भरी है चाहे वह किस्त शून्य क्यों न हो उनको यह नोटिस आए हैं और उनसे इस योजना के पैसे वापस वसूले जा रहे हैं. हर किसान को इनकम टैक्स रिटर्न भरनी पड़ती है. किसान जब भी कोई ऋण लेता है या फिर वाहन खरीदता है तो बैंक पहले इनकम टैक्स की कापी मांगता है.
धन वापस लेना किसानों से बेमानी
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता अरुण शर्मा ने आरोप लगाया है कि यह सरकार किसान विरोधी है. पहले चुनाव के दौरान किसानों को सम्मान दिया और अब पैसे वापस लिए जा रहे हैं. कांग्रेस का कहना है कि जिस समय किसानों को यह निधि दी गई उस समय ऐसी कोई कंडीशन नहीं लगाई गई थी और कहा था कि सभी किसानों को यह सम्मान निधि मिल रही है, लेकिन अब यह धन वापस लेना बेमानी है.
सरकार से दुखी जनता
अरुण शर्मा ने कहा कि पहले मोदी ने 15-15 लाख सभी के खाते में डालने की घोषणा की वह भी सब जानते हैं क्या हुआ. दूसरे चुनाव में किसानों के खाते में पैसे डाले और वह भी वापस लिए जा रहे हैं. किसान बिल भी किसानों को थोप दिए हैं. अब इस सरकार से जनता दुखी है.