कुल्लूः कुल्लू प्रवास के पहले दिन सीएम जयराम विकास कार्यों के उद्घाटन व शिलान्यस के किए. सीएम जयराम ने 64 करोड़ रुपये की परियोजनाओं के उद्घाटन व शिलान्यास किए.
इसमें गुलाबा बैरियर पार्किंग का उद्घाटन, सजला नाले में बने पुल, बराधा से शंगचन सड़क, बसतोरी से नथान सड़क का शुभारंभ, सजल नाला पर बने पुल का उद्घाटन, अमृत योजना के तहत ओवरहेड ब्रिज का शिलान्यास, काइस में 20.70 मीटर स्पेन डबल लेन पुल, लागनी से छुआरा सड़क का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन व शिलान्यास शामिल है.
विकास कार्य को जल्द पूरा करने के दिए निर्देश
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विकास कार्यों को लेकर आयोजित बैठक की अध्यक्षता भी की. विकास कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए, ताकि जिला के लोगों को सुविधा मिल सके.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कोरोना संकट के बीच भी प्रदेश में विकास कार्यों की रफ्तार को कम नहीं होने दिया गया है. जिला कुल्लू में भी करोड़ों रुपये की योजनाओं के कार्य लगातार जारी है. कोरोना संकट के बाद अब प्रदेश सरकार विकास कार्यों पर अधिक ध्यान दे रही है, ताकि जल्द से जल्द सभी विकास कार्यों को पूरा किया जा सके.
विकास कार्यों को लेकर केंद्रीय मंत्री से चर्चा
कुल्लू दौरे के दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर प्रदेश में चल रहे नेशनल हाईवे, फोरलेन के विकास कार्यों को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के समक्ष रखेंगे और इन पर चर्चा करेंगे, ताकि हिमाचल प्रदेश के सभी ग्रामीण इलाके जल्द से जल्द सड़क सुविधा से जुड़ सकें.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि जिला कुल्लू के उपमंडल आनी को बंजार से जोड़ने में जलोड़ी टनल की अहम भूमिका रहेगी. सर्दियों में जलोड़ी दर्रा बंद होने के चलते 6 माह के लिए आवागमन बाधित हो जाता है. इसके अलावा लग घाटी की भुभु टनल बनने से जोगिंदर नगर व कुल्लू की दूरी 60 किलोमीटर कम हो जाएगी. ऐसे में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का कुल्लू दौरा भी काफी अहम है और उनके साथ प्रदेश के कई विकासात्मक कार्यों को लेकर भी चर्चा की जानी है.
टनल की मांग
गौर रहे कि करीब 6 माह तक जिला मुख्यालय से अलग-थलग रहने वाले बाह्य सराज की 69 पंचायतों की 1.30 लाख आबादी 80 के दशक से जलोड़ी दर्रे के नीचे से टनल की मांग कर रही है. पिछले 2 दशकों से प्रदेश की सरकारों ने जलोड़ी टनल बनाने की कई घोषणाएं की, लेकिन सब घोषणाएं हवा-हवाई साबित हुई हैं.
2014 में टनल के साथ औट-आनी-सैंज हाईवे का मुंबई की ध्रुव नामक कंपनी ने सर्वे किया, लेकिन तब से लेकर अब तक 4.2 लंबी किमी टनल और करीब 97 किलोमीटर लंबे हाईवे की डीपीआर को मंजूरी नहीं मिली है.
प्रोजेक्टों को हरी झंडी मिलने की संभावना
ऐसे में केंद्रीय मंत्री गडकरी के कुल्लू दौरे में दशकों से लटके इन प्रोजेक्टों को हरी झंडी मिलने की पूरी संभावना है. इन प्रोजेक्टों से न केवल जिले के हजारों लोगों की आवाजाही आसान होगी, बल्कि पर्यटन को भी पंख लगेंगे.
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