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'ब्रेकिंग द आइस' फिल्म अक्तूबर में होगी रिलीज, DC कुल्लू ने किया फिल्म का प्रोमो जारी

हिमाचल की सुप्रसिद्ध फिल्म निर्देशक की फिल्म ‘ब्रेकिंग द आइस’ अक्तूबर में रिलीज होगी. इस फिल्म का प्रोमो डीसी कुल्लू ने जारी किया है. बता दें कि यह फिल्म हिमाचल में साहसिक खेलों में मेडल विजेता चार अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों पर बनाई गई हैं.

'ब्रेकिंग द आइस' फिल्म अक्तूबर में होगी रिलीज
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Published : Jul 28, 2019, 3:28 PM IST

कुल्लू: साहसिक खेलों पर आधारित फिल्म 'ब्रेकिंग द आइस' अक्तूबर में रिलीज होगी. इस फिल्म का निर्देशन हिमाचल की सुप्रसिद्ध फिल्म निर्देशक डॉ. देव कन्या ठाकुर ने किया है. यह फिल्म साहसिक खेलों में मेडल विजेता चार अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों डिक्की डोलमा, आंचल ठाकुर, भुवनेश्वरी ठाकुर और संध्या ठाकुर के जीवन पर आधारित है.


बता दें कि फिल्म में सबसे छोटी उम्र में विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट को फतह करने वाली डिक्की डोलमा, अंतरराष्ट्रीय स्की खिलाड़ी आंचल ठाकुर, भुवनेश्वरी ठाकुर और संध्या ठाकुर पर हिमाचल प्रदेश में विंटर स्पोर्टस के रोमांच और उनके संघर्ष को फिल्माया गया है.

'ब्रेकिंग द आइस' फिल्म अक्तूबर में होगी रिलीज


फिल्म 'ब्रेकिंग द आईस' का पोस्टर और प्रोमो उपायुक्त डॉ. रिचा वर्मा ने हिमाचल टूरिजम के सरवरी होटल में रिलीज किया. इस दौरान उपायुक्त डॉ. रिचा वर्मा ने फिल्मकार डॉ. देवकन्या को फिल्म निर्माण के लिए बधाई दी और उनके बेहतरीन कार्य की सराहना की.

उन्होंने कहा कि यह फिल्म साहसिक खेलों की खूबियों और चुनौतियों को बेहतर तरीके से प्रदर्शित करती है. बता दें कि प्रोमो जारी करते समय स्कीइंग एथलीट आंचल ठाकुर और संध्या ठाकुर भी मौजूद रहीं. डॉ. रिचा ने कहा कि फिल्म के माध्यम से लड़कियां इन चार महान खिलाड़ियों को करीब से जान पाएगी और उनके साहसिक प्रदर्शन को देखकर प्रेरित होकर स्कींइग, पर्वतारोहण जैसे रोमांचकारी खेलों को अपनाएंगी.

फिल्म से जहां हिमाचल प्रदेश में विंटर स्पोर्टस को प्रोत्साहन मिलेगा, वहीं प्रदेश की लड़कियां इस फील्ड को करियर के रूप में अपनाने के लिए उत्साहित होंगी. उन्होंने कहा कि राज्य में साहसिक खेलों की अपार संभावना मौजूद है और युवक-युवतियों को किसी एक खेल को अपनाकर महारत हासिल कर जीवन में आगे बढ़ना चाहिए. उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि वे खेलों में रूचि लें, ऐसा करने से जीवन में कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है.

'ब्रेकिंग द आइस' फिल्म अक्तूबर में होगी रिलीज
उपायुक्त ने कहा कि 'ब्रेकिंग द आईस' सामाजिक रूढ़ियों की सलाखों को तोड़कर लड़कियों को अपने सपनों को नई दिशा प्रदान करने के लिए प्रेरित करेगी. उन्होंने खुशी जाहिर की कि छोटे से कस्बे की लड़कियों ने राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मेडल हासिल किए हैं. यह बात जिला और प्रदेश के लिए यह गौरव की बात है.इस मौके पर फिल्म निर्माता डॉ. देवकन्या ठाकुर ने कहा कि विंटर स्पोर्टस पर इससे पहले हिमाचल में कोई फिल्म नहीं बनी है. हालांकि अस्सी के दशक की बॉलीवुड फिल्मों में आईस स्केटिंग और स्कीइंग के कुछ दृष्य बेहद खूबसूरती के साथ फिल्माए गए हैं, लेकिन वर्तमान में इस तरह के उदाहरण देखने को नहीं मिलते. ऐसे में विंटर स्पोर्टस को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय पटल पर ये यह फिल्म प्रोत्साहित करेगी.
'ब्रेकिंग द आइस' फिल्म अक्तूबर में होगी रिलीज

ये भी पढ़ें: GST की दरें कम होने की CM जयराम ने की सराहना, कहा- इलेक्ट्रिक वाहन उद्योगों को मिलेगा व्यापक बढ़ावा
डॉ. देवकन्या ठाकुर ने बताया कि ग्रामीण समाज विशेषकर दूर-दराज के क्षेत्रों में हमारा समाज आज भी कई रूढ़िवादी बेड़ियों में जकड़ा है और इसका दंश लड़कियों को सबसे अधिक झेलना पड़ता है.
उन्होंने कहा कि लड़कियों की बड़ी उपलब्धियों और कारनामों को हर पटल पर उजागर किए जाने की जरूरत है. इससे समाज की सोच में बदलाव आएगा और लड़कियों की सामाजिक दशा मजबूत होगी. वहीं, आंचल ठाकुर ने उम्मीद जताई कि विंटर खेलों में आ रही कठिनाइयों पर राज्य सरकार जरूर विचार करेगी.

ये भी पढ़ें: मसूरी में शुरू हुआ हिमालयन कॉन्क्लेव, CM जयराम सहित 11 राज्यों के प्रतिनिधि कर रहे शिरकत

कुल्लू: साहसिक खेलों पर आधारित फिल्म 'ब्रेकिंग द आइस' अक्तूबर में रिलीज होगी. इस फिल्म का निर्देशन हिमाचल की सुप्रसिद्ध फिल्म निर्देशक डॉ. देव कन्या ठाकुर ने किया है. यह फिल्म साहसिक खेलों में मेडल विजेता चार अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों डिक्की डोलमा, आंचल ठाकुर, भुवनेश्वरी ठाकुर और संध्या ठाकुर के जीवन पर आधारित है.


बता दें कि फिल्म में सबसे छोटी उम्र में विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट को फतह करने वाली डिक्की डोलमा, अंतरराष्ट्रीय स्की खिलाड़ी आंचल ठाकुर, भुवनेश्वरी ठाकुर और संध्या ठाकुर पर हिमाचल प्रदेश में विंटर स्पोर्टस के रोमांच और उनके संघर्ष को फिल्माया गया है.

'ब्रेकिंग द आइस' फिल्म अक्तूबर में होगी रिलीज


फिल्म 'ब्रेकिंग द आईस' का पोस्टर और प्रोमो उपायुक्त डॉ. रिचा वर्मा ने हिमाचल टूरिजम के सरवरी होटल में रिलीज किया. इस दौरान उपायुक्त डॉ. रिचा वर्मा ने फिल्मकार डॉ. देवकन्या को फिल्म निर्माण के लिए बधाई दी और उनके बेहतरीन कार्य की सराहना की.

उन्होंने कहा कि यह फिल्म साहसिक खेलों की खूबियों और चुनौतियों को बेहतर तरीके से प्रदर्शित करती है. बता दें कि प्रोमो जारी करते समय स्कीइंग एथलीट आंचल ठाकुर और संध्या ठाकुर भी मौजूद रहीं. डॉ. रिचा ने कहा कि फिल्म के माध्यम से लड़कियां इन चार महान खिलाड़ियों को करीब से जान पाएगी और उनके साहसिक प्रदर्शन को देखकर प्रेरित होकर स्कींइग, पर्वतारोहण जैसे रोमांचकारी खेलों को अपनाएंगी.

फिल्म से जहां हिमाचल प्रदेश में विंटर स्पोर्टस को प्रोत्साहन मिलेगा, वहीं प्रदेश की लड़कियां इस फील्ड को करियर के रूप में अपनाने के लिए उत्साहित होंगी. उन्होंने कहा कि राज्य में साहसिक खेलों की अपार संभावना मौजूद है और युवक-युवतियों को किसी एक खेल को अपनाकर महारत हासिल कर जीवन में आगे बढ़ना चाहिए. उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि वे खेलों में रूचि लें, ऐसा करने से जीवन में कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है.

'ब्रेकिंग द आइस' फिल्म अक्तूबर में होगी रिलीज
उपायुक्त ने कहा कि 'ब्रेकिंग द आईस' सामाजिक रूढ़ियों की सलाखों को तोड़कर लड़कियों को अपने सपनों को नई दिशा प्रदान करने के लिए प्रेरित करेगी. उन्होंने खुशी जाहिर की कि छोटे से कस्बे की लड़कियों ने राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मेडल हासिल किए हैं. यह बात जिला और प्रदेश के लिए यह गौरव की बात है.इस मौके पर फिल्म निर्माता डॉ. देवकन्या ठाकुर ने कहा कि विंटर स्पोर्टस पर इससे पहले हिमाचल में कोई फिल्म नहीं बनी है. हालांकि अस्सी के दशक की बॉलीवुड फिल्मों में आईस स्केटिंग और स्कीइंग के कुछ दृष्य बेहद खूबसूरती के साथ फिल्माए गए हैं, लेकिन वर्तमान में इस तरह के उदाहरण देखने को नहीं मिलते. ऐसे में विंटर स्पोर्टस को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय पटल पर ये यह फिल्म प्रोत्साहित करेगी.
'ब्रेकिंग द आइस' फिल्म अक्तूबर में होगी रिलीज

ये भी पढ़ें: GST की दरें कम होने की CM जयराम ने की सराहना, कहा- इलेक्ट्रिक वाहन उद्योगों को मिलेगा व्यापक बढ़ावा
डॉ. देवकन्या ठाकुर ने बताया कि ग्रामीण समाज विशेषकर दूर-दराज के क्षेत्रों में हमारा समाज आज भी कई रूढ़िवादी बेड़ियों में जकड़ा है और इसका दंश लड़कियों को सबसे अधिक झेलना पड़ता है.
उन्होंने कहा कि लड़कियों की बड़ी उपलब्धियों और कारनामों को हर पटल पर उजागर किए जाने की जरूरत है. इससे समाज की सोच में बदलाव आएगा और लड़कियों की सामाजिक दशा मजबूत होगी. वहीं, आंचल ठाकुर ने उम्मीद जताई कि विंटर खेलों में आ रही कठिनाइयों पर राज्य सरकार जरूर विचार करेगी.

ये भी पढ़ें: मसूरी में शुरू हुआ हिमालयन कॉन्क्लेव, CM जयराम सहित 11 राज्यों के प्रतिनिधि कर रहे शिरकत

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डा. देवकन्या की फिल्म ‘ब्रेकिंग द आइस’ अक्तूबर में होगी रिलीजBody:
कुल्लू
डा. देवकन्या की फिल्म ‘ब्रेकिंग द आइस’ अक्तूबर में होगी रिलीज
डीसी कुल्लू ने किया फिल्म का पोस्टर और प्रोमो जारी
हिमाचल की सुप्रसिद्ध फिल्म निर्देशक, लेखक व साहित्यकार डाॅ. देव कन्या ठाकुर द्वारा निर्देशित ‘बे्रकिंग द आइस’ फिल्म आगामी अक्तूबर माह में रिलीज होगी। यह फिल्म कुल्लू जिला से संबंध रखने वाली साहसिक खेलों में मेडल विजेता चार अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के जीवन और क्षेत्र में चुनौतियों पर आधारित है। फिल्म में सबसे छोटी उम्र में विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट को फतह करने वाली डिक्की डोलमा, अंतरराष्ट्रीय स्की खिलाड़ी आंचल ठाकुर, भुवनेश्वरी ठाकुर और संध्या ठाकुर पर हिमाचल प्रदेश में विंटर स्पोर्टस के रोमांच और उनके संघर्ष को फिल्माया गया है।
ब्रेकिंग द आईस का पोस्टर और प्रोमो उपायुक्त डाॅ. रिचा वर्मा ने हिमाचल टूरिजम के सरवरी होटल में रिलीज किया। उन्होंने फिल्मकार डाॅ. देवकन्या को फिल्म निर्माण के लिए बधाई दी और बेहतरीन कार्य की सराहना की। उन्होंने कहा कि फिल्म साहसिक व रोमांचकारी खेल की खूबियों और चुनौतियांे को बेहतर तरीके से प्रदर्शित करती है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश और विशेषकर कुल्लू जिला में साहसिक खेलों के लिए अनुकूल परिस्थितियां और माहौल है और फिल्म इन खेलों को बढ़ावा देने में मददगार सिद्ध होगी। प्रोमो जारी करते समय स्कीयर्ज आंचल ठाकुर व संध्या ठाकुर भी मौजूद रही।
डाॅ. रिचा ने कहा कि फिल्म के माध्यम से लड़कियां इन चार महान खिलाड़ियों को करीब से जान पाएगी और उनके साहसिक प्रदर्शन को देखकर इन खिलाड़ी लड़कियों से निश्चित तौर पर प्रेरित होकर स्कींग, पर्वतारोहण जैसे रोमांचकारी खेलों को अपनाएंगी। फिल्म से जहां हिमाचल प्रदेश में विंटर स्पोर्टस को प्रोत्साहन मिलेगा, वहीं प्रदेश की लड़कियां इस फील्ड को करियर के रूप में अपनाने के लिए उत्साहित होंगी। उन्होंने कहा कि राज्य में साहसिक खेलों की अपार संभावना मौजूद है और युवक-युवतियों को किसी एक खेल को अपनाकर महारत हासिल कर जीवन में आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि वे खेलों में रूचि लें और व्यसनों से दूर रहे। ऐसा करने से जीवन में कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है।
उपायुक्त ने कहा कि ‘बे्रकिंग द आइस’ सामाजिक रूढ़ियों की सलाखों को तोड़कर लड़कियों को अपने सपनों को उड़ान देने में और अपने करियर को नई दिशा प्रदान करने के लिए प्रेरित करेगी। उन्होंने खुशी जाहिर की कि छोटे से कस्बे की लड़कियों ने राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मेडल हासिल किए हैं। जिला और प्रदेश के लिए यह गौरव की बात है।
फिल्म निर्माता डाॅ. देवकन्या ठाकुर ने इस मौके पर कहा कि विंटर स्पोर्टस पर इससे पूर्व हिमाचल में कोई फिल्म नहीं बनी है। हालांकि अस्सी के दशक की बाॅलीवुड फिल्मों में आईस स्केटिंग और स्कीइंग के कुछ दृष्य बेहद खूबसूरती के साथ फिल्माए गए हैं, लेकिन वर्तमान में इस तरह के उदाहरण देखने को नहीं मिलते। ऐसे में विंटर स्पोर्टस को राष्टीय व अंतरराष्ट्रीय पटल पर ये यह फिल्म प्रोत्साहित करेगी और लड़कियां इन खेलों को करयर के तौर पर अपनाने के लिए प्रोत्साहित होंगी।
डाॅ. देवकन्या ने बताया कि ग्रामीण समाज विशेषकर दूर-दराज के क्षेत्रों में हमारा समाज आज भी अनेक रूढ़िवादियों की बेड़ियों में जकड़ा है और इसका दंश लड़कियों को सबसे अधिक झेलना पड़ता है। उन्होंने कहा कि लड़कियों की बड़ी उपलब्धियों और कारनामों को हर पटल पर उजागर किए जाने की आवश्यकता है। इससे समाज की सोच में परिवर्तन आएगा और लड़कियों की सामाजिक दशा मजबूत होगी।
इससे पहले डाॅ. देवकन्या ठाकुर की फिल्म ‘बिहाइण्ड द वाॅरज’ और ‘नो वुमेन्ज लैण्ड’ को राष्ट्रीय मानवाधिकर आयोग द्वारा पुरस्कृत किया जा चुका है।
अंतरराष्ट्रीय स्कीयर्ज आंचल ठाकुर और संध्या ठाकुर ने स्की खिलाड़ियों को मनाली के सोलंग नाला में आने वाली कठिनाईयों और चुनौतियों पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि कठिनाईयों के बावजूद स्कीइंग एक रोमांचकारी खेल है और अधिक से अधिक लड़कियों को इस खेल को अपनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हौंसला और दृढ़निश्चय के साथ कुछ भी हासिल किया जा सकता है। लड़कियों को छोटी आयु से ही इस खेल में रूचि लेनी चाहिए। ऐसा करने से चार-पांच वर्षों में एक बेहतर खिलाड़ी बन सकती हैं। उन्होंने कहा कि आरंभ में थोड़े से प्रशिक्षण की आवश्यकता अवश्य रहती है, लेकिन बाद में केवल अभ्यास से ही आप शिखर पर पहुंच सकते हो। उन्होंने कहा कि स्कीइंग ऐसा खेल है जिसमें आप अपने को दूसरी दुनिया में महसूस करते हैं। इसमें रफ्तार और रोमांच दोनों एक साथ देखने को मिलते हैं जो आपको अन्य खेलों से भिन्न करते हैं।
Conclusion:आंचल ठाकुर ने उम्मीद जताई कि विंटर खेलों में आ रही कठिनाईयों पर राज्य सरकार अवश्य विचार करेगी और खिलाड़ियों की सुविधाओं का भी ख्याल रखेगी। उन्होंने कहा कि यहां की ढलानें एशिया की बेहतर ढलानों में हैं और साल में 6 से 7 महीन बर्फ उपलब्ध रहती है।
विख्यात थियेटर आर्टिस्ट केहर सिंह ठाकुर, लेखक सूरत ठाकुर, खेल परिषद के सदस्य गौरव भारद्वाज और जिला लोक सम्पर्क अधिकारी प्रेम ठाकुर भी इस मौके पर मौजूद रहे।
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