कुल्लू: भाजपा मंडल ने बंजार में नागरिक संशोधन अधिनियम पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया. संगोष्ठी में सांसद रामस्वरूप शर्मा मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे.
सांसद ने कहा कि अगर देश का धार्मिक आधार पर बंटवारा न हुआ होता तो नागरिक संशोधन अधिनियम की जरूरत ही नहीं पड़ती. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की नीतियों के कारण ही देश का धर्म के आधार पर बंटवारा हुआ.
रामस्वरूप शर्मा ने बताया कि 1950 में हुए नेहरू लियाकत समझौते के अनुसार दोनों देश अपने यहां रहने वाले अल्पसंख्यकों के हितों की रक्षा करेंगे, लेकिन पाकिस्तान ने ये समझौता नहीं माना. 1947 में पाकिस्तान में जहां अल्पसंख्यकों की सख्यां 23 प्रतिशत थी वो 2011 में मात्र 3.7 प्रतिशत रह गई.
वहीं, विधायक सुरेंद्र शौरी ने कहा कि विपक्ष समाज में भ्रम फैलाकर राजनीति कर रहा है. उन्होंने कहा कि नागरिकता का मुद्दा संविधान के भाग 2 में अनुच्छेद 11 पर निर्भर था जो संसद को भारतीय नागरिकता के लिए रूपरेखा तैयार करने का विशेष अधिकार देता हैं.
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