कुल्लू: बंजार के विधायक सुरेंद्र शौरी की कोरोना की रैपिड एंटीजन रिपोर्ट नेगेटिव आई है. उन्होंने उनके संपर्क में आए करीब अन्य लोगों की रिपोर्ट भी नेगेटिव आने का दावा किया है. कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद विधायक शौरी ने कहा कि उन्हें बदनाम किया जा रहा है. रिपोर्ट पॉजिटिव आने से पहले उनमें किसी तरह के लक्षण नहीं थे. ऐसे में उन्हें रिपोर्ट आने से पहले आइसोलेट रहने की जरूरत नहीं थी.
उन्होंने कहा कोविड-19 की गाइडलाइन में कहा गया है कि अगर किसी व्यक्ति में लक्षण हों तो सैंपल देने के बाद क्वारंटाइन रहना पड़ता है, लेकिन उनमें कोई लक्षण नहीं थे. शौरी ने कहा कि उन्हें सोलंगनाला में पीएम का स्वागत करना था. इसके लिए एसपीजी ने 48 घंटे की कोरोना रिपोर्ट मांगी थी. उन्होंने कोरोना टेस्ट दिया और उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई. इसकी सूचना मिलते ही वह अपने घर पहुंचे और क्वारंटाइन हो गए. 2 अक्टूबर को पहले सीएम और बाद में रक्षामंत्री से सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मिले.
सुरेंद्र शौरी ने कहा पीएम के दौरे को लेकर मुख्यमंत्री, मंत्री, विधायक व प्रशासनिक अधिकारी जुटे हुए थे. उन सबका कोरोना टेस्ट हुआ, लेकिन कोई भी रिपोर्ट आने तक आइसोलेट नहीं हुआ है. वहीं, बंजार के कोरोना संक्रमित विधायक सुरेंद्र शौरी के प्राइमरी संपर्क में आए सभी 25 लोगों की रिपोर्ट बुधवार को नेगेटिव आई है. ये सभी लोग होम क्वारंटाइन थे और बुधवार को रैपिड एंटीजन टेस्ट लेकर उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी कुल्लू डॉ. सुशील चंद्र शर्मा ने कहा कि किसी के भी कोरोना संक्रमित आने संबंधी कोई रिपोर्ट विभाग ने नहीं छिपाई, बल्कि रोजाना हर रिपोर्ट को अपडेट किया जा रहा है.
सीएमओ ने बताया कि विधायक शौरी के प्राइमरी संपर्क में आए सभी लोगों की पहचान 3 अक्टूबर से ही शुरू हो गई थी और उन्हें क्वांरटीन किया गया था. इसके बाद उनके सैंपल लिए गए थे, जो सभी नेगेटिव पाए गए हैं. वहीं, विधायक शौरी की भी रिपोर्ट नेगेटिव आ गई है. उन्होंने कहा कि जिला स्वास्थ्य विभाग कुल्लू हिमाचल प्रदेश सरकार की कोविड-19 को लेकर जारी गाइडलाइन के अनुसार काम कर रहा है और विभाग रात-दिन कोरोना के सैंपल लेने में जुटा है.
पीएम के दौरे को सफल बनाने में स्वास्थ्य विभाग ने की कड़ी मेहनत
पीएम नरेंद्र मोदी ने 3 अक्टूबर को अटल टनल रोहतांग का उद्घाटन किया था. पीएम के दौरे को लेकर कई दिनों से तैयारियां चल रही थीं. पीएम के दौरे में कोविड टेस्ट सबसे बड़ी चेतावनी थी. लिहाजा प्रधानमंत्री दौरे को लेकर स्वास्थ्य विभाग को खूब पसीना बहाना पड़ा. स्वास्थ्य विभाग को एक सप्ताह पहले से ही कसरत शुरू करनी पड़ी थी और इसी का नतीजा था कि बंजार के विधायक सुरेंद्र शौरी के कोविड पॉजिटिव होने का पता पीएम दौरे से एक दिन पहले चल पड़ा. यदि पीएम के दौरे में एक भी व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव घुस जाता तो मामला गंभीर हो सकता था. राहत की बात यह है कि विधायक सुरेंद्र शौरी के प्राइमरी कॉन्टेक्ट में जो भी आया था उनकी भी कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव है और अब सुरेंद्र शौरी भी नेगेटिव आ गए हैं.
सीएमओ कुल्लू सुशील चंद्र शर्मा ने कहा कि विभाग सुस्त रहता तो पीएम के दौरे से पहले विधायक सुरेंद्र शौरी आइसोलेट नहीं होते. सीएमओ कुल्लू सुशील चंद्र शर्मा स्वयं इस अभियान में ग्राउंड जीरो पर अपनी टीम के साथ डटे रहे तभी पीएम का दौरा कोविड फ्री संभव हो सका. अब सवाल उठना भी लाजमी है और पीएम का दौरा देश की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण था. एक तरफ पीएम की सुरक्षा का ध्यान रखना था और दूसरी और देश की सुरक्षा के लिए देश को समर्पित होने वाली अटल टनल का बेसब्री से इंतजार था. ऐसी स्थिति में स्वास्थ्य विभाग की जो भूमिका रही वह काबिलेतारीफ थी और इसकी आलोचना नहीं बल्कि सराहना होनी चाहिए.
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