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कुल्लू में निपटने लगा सेब का सीजन, उम्मीद के मुताबिक दाम न मिलने से बागवान मायूस

बागवानों का कहना है कि अब सेब उत्पादन में काफी खर्चा वहन करना पड़ता है. निचले इलाकों में सेब का सीजन खत्म हो चुका है, लेकिन ऊंचाई वाले क्षेत्रों में अभी सेब सीजन करीब 30 प्रतिशत तक शेष रह गया है.

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Published : Oct 2, 2019, 11:27 AM IST

Updated : Oct 2, 2019, 2:34 PM IST

कुल्लू में निपटने लगा सेब का सीजन, उम्मीद के मुताबिक दाम मिलने से बागवान मायूस

कुल्लू: जिला कुल्लू में सेब सीजन जल्द पूरी तरह से समाप्त होने वाला है. ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सेब सीजन थोड़ा ही बचा हुआ है. बारिश के चलते सेब तुड़ान में बाधा आ रही है. इस बार सेब का उत्पादन बेहतर होने के बावजूद बागवानों को आशा के अनुरूप दाम नहीं मिल रहे हैं.

बागवानों का कहना है कि अब सेब उत्पादन में काफी खर्चा वहन करना पड़ता है. निचले इलाकों में सेब का सीजन खत्म हो चुका है, लेकिन ऊंचाई वाले क्षेत्रों में अभी सेब सीजन करीब 30 प्रतिशत तक शेष रह गया है. जिले में इस बार 70 लाख से अधिक सेब पेटी होने का अनुमान है. घाटी के बागवानों का कहना है कि ऊंचाई वाले इलाकों में सेब सीजन धीरे-धीरे समाप्ति की ओर है.

बारिश के कारण सेब तुड़ान में खलल पड़ रहा है. ऐसे में समय पर सेब का तुड़ान नहीं हो रहा है. बागवान अमन, रमन कमल किशोर, अरुण, शेर सिंह, कर्म चंद, अभिजीत, विनीत कुमार, राज कमल और संदीप कुमार आदि का कहना है कि सेब सीजन अंतिम चरणों में पहुंच गया है. उन्होंने कहा कि लोअर क्षेत्रों में सेब सीजन खत्म हो चुका है. ऊंचाई वाले क्षेत्रों में लगभग तीस प्रतिशत सेब फल शेष रह गया है.

ये भी पढ़ें: मुख्यमंत्री ने गिनाई सरकार की उपलब्धियां, लोगों से उपचुनाव में जीत दिलाने की अपील

कुल्लू फलोत्पादक मंडल के अध्यक्ष प्रेम शर्मा ने कहा कि जिले में सेब सीजन आखिरी दौर में चला हुआ है. जिले के ऊंचाई वाले इलाके में शेष सीजन बचा हुआ है. बंदरोल आढ़ती एसोसिएशन के अध्यक्ष मोहन लाल ठाकुर ने कहा कि सेब सीजन धीरे-धीरे समाप्ति की ओर बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि मंडियों में अब दिन प्रतिदिन सेब की संख्या घट रही है. उन्होंने कहा कि मंगलवार को मंडी में ए श्रेणी का सेब 45 रुपये किलो बिका है.

ये भी पढ़ें: बापू की कर्मस्थली शिमला में कब लगी राष्ट्रपिता की प्रतिमा, किसने बनाई, कोई नहीं जानता

कुल्लू: जिला कुल्लू में सेब सीजन जल्द पूरी तरह से समाप्त होने वाला है. ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सेब सीजन थोड़ा ही बचा हुआ है. बारिश के चलते सेब तुड़ान में बाधा आ रही है. इस बार सेब का उत्पादन बेहतर होने के बावजूद बागवानों को आशा के अनुरूप दाम नहीं मिल रहे हैं.

बागवानों का कहना है कि अब सेब उत्पादन में काफी खर्चा वहन करना पड़ता है. निचले इलाकों में सेब का सीजन खत्म हो चुका है, लेकिन ऊंचाई वाले क्षेत्रों में अभी सेब सीजन करीब 30 प्रतिशत तक शेष रह गया है. जिले में इस बार 70 लाख से अधिक सेब पेटी होने का अनुमान है. घाटी के बागवानों का कहना है कि ऊंचाई वाले इलाकों में सेब सीजन धीरे-धीरे समाप्ति की ओर है.

बारिश के कारण सेब तुड़ान में खलल पड़ रहा है. ऐसे में समय पर सेब का तुड़ान नहीं हो रहा है. बागवान अमन, रमन कमल किशोर, अरुण, शेर सिंह, कर्म चंद, अभिजीत, विनीत कुमार, राज कमल और संदीप कुमार आदि का कहना है कि सेब सीजन अंतिम चरणों में पहुंच गया है. उन्होंने कहा कि लोअर क्षेत्रों में सेब सीजन खत्म हो चुका है. ऊंचाई वाले क्षेत्रों में लगभग तीस प्रतिशत सेब फल शेष रह गया है.

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कुल्लू फलोत्पादक मंडल के अध्यक्ष प्रेम शर्मा ने कहा कि जिले में सेब सीजन आखिरी दौर में चला हुआ है. जिले के ऊंचाई वाले इलाके में शेष सीजन बचा हुआ है. बंदरोल आढ़ती एसोसिएशन के अध्यक्ष मोहन लाल ठाकुर ने कहा कि सेब सीजन धीरे-धीरे समाप्ति की ओर बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि मंडियों में अब दिन प्रतिदिन सेब की संख्या घट रही है. उन्होंने कहा कि मंगलवार को मंडी में ए श्रेणी का सेब 45 रुपये किलो बिका है.

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Intro:कुल्लू में अब निपटने लगा सेब का सीजनBody:
जिला कुल्लू में सेब सीजन जल्द पूरी तरह से समाप्त होने वाला है। बताया जा रहा है कि ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सेब सीजन थोड़ा ही बचा हुआ है। बारिश के चलते सेब तुड़ान में बाधा आ रही है। इस बार सेब का उत्पादन बेहतर होने के बावजूद बागवानों को आशा के अनुरूप दाम नहीं मिल रहे हैं। बागवानों का कहना है कि अब सेब उत्पादन में काफी खर्चा वहन करना पड़ता है। निचले इलाकों में सेब का सीजन खत्म हो चुका है। लेकिन ऊंचाई वाले क्षेत्रों में अभी सेब सीजन करीब 30 प्रतिशत तक शेष रह गया है। जिले में इस बार 70 लाख से अधिक सेब पेटी होने का अनुमान है। घाटी के बागवानों का कहना है कि ऊंचाई वाले इलाकों में सेब सीजन धीरे-धीरे समाप्ति की ओर है। बारिश के कारण सेब तुड़ान में खलल पड़ रहा है। ऐसे में समय पर सेब का तुड़ान नहीं हो रहा है। बागवान अमन, रमन कमल किशोर, अरुण, शेर सिंह, कर्म चंद, अभिजीत, विनीत कुमार, राज कमल तथा संदीप कुमार आदि का कहना है कि सेब सीजन अंतिम चरणों में पहुंच गया है। कहा कि लोअर क्षेत्रों में सेब सीजन खत्म हो चुका है। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में लगभग तीस प्रतिशत सेब फल शेष रह गया है। कुल्लू फलोत्पादक मंडल के अध्यक्ष प्रेम शर्मा ने कहा कि जिले में सेब सीजन आखिरी दौर में चला हुआ है। जिले के ऊंचाई वाले इलाके में शेष सीजन बचा हुआ है। Conclusion:बंदरोल आढ़ती एसोसिएशन के अध्यक्ष मोहन लाल ठाकुर ने कहा कि सेब सीजन धीरे-धीरे समाप्ति की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि मंडियों में अब दिन प्रतिदिन सेब की संख्या घट रही है। उन्होंने कहा कि ऊंचाई वाले इलाकों में करीब तीस फीसदी सेब बाकी रह गया है और मंगलवार को मंडी में ए श्रेणी का सेब 45 रुपये किलो बिका है।
Last Updated : Oct 2, 2019, 2:34 PM IST
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