कुल्लू: हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के चलते जहां राज्य की संपत्ति को हजारों करोड़ों रुपयों का नुकसान हुआ है. वहीं, प्रदेश में सड़कों से लेकर कृषि व बागवानी को भी भारी क्षति पहुंची है. हालांकि बीते कुछ दिनों से प्रदेश में मौसम साफ है. जिसके चलते अब जिला कुल्लू में बागवान द्वारा बगीचों में सेब तोड़ेने का काम तेजी से किया जा रहा है, क्योंकि बागवानों को डर है कि कहीं फिर से मौसम ने करवट ली तो उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ेगा.
HPMC खरीद रहा B और C-ग्रेड सेब: वहीं, A-ग्रेड के सेब को मंडियों में अच्छे दाम मिल रहे हैं. जबकि B और C-ग्रेड के सेब की खरीद के लिए भी एचपीएमसी के द्वारा सेब खरीद केंद्र खोले गए हैं, लेकिन कुल्लू जिले में एचपीएमसी द्वारा बागवानों को नगद भुगतान नहीं किया जा रहा है. जिसके चलते बागवान इन केंद्रों में सेब बेचना पसंद नहीं कर रहे हैं. इसके बजाए वे लोग बाहर सेब मंडियों का ही रुख कर रहे हैं.
कुल्लू में HPMC के 17 केंद्र: खराब मौसम के कारण जिला कुल्लू की सब्जी मंडियों में सेब के दाम कम हुए हैं. वहीं, एचपीएमसी द्वारा सेब की B और C-ग्रेड की खरीद 12 से ₹50 प्रति किलो के हिसाब से की जा रही है. जिला कुल्लू में एचपीएमसी द्वारा विभिन्न स्थानों पर 17 खरीद केंद्र खोले गए हैं, लेकिन कई जगह पर यह केंद्र बिल्कुल निष्क्रिय है. जिनमें बागवान इस साल अपनी सेब की फसल को लेकर आ ही नहीं रहे हैं. कुल्लू के साथ लगते लुगड़ भट्टी के खरीद केंद्र में पहले कोठी काइस के बागवान सेब बेचने के लिए ला रहे थे, लेकिन अब उन्होंने भी यहां से मुंह फेरना शुरू कर दिया है.
बागवानों की सेब खरीद केंद्रों से नराजगी: घाटी के बागवान दिलीप सिंह, नरेश कुमार, योगराज ठाकुर, निर्मल ठाकुर का कहना है कि एचपीएमसी द्वारा जो B और C-ग्रेड सेब के लिए खरीद केंद्र खोले गए हैं. उनमें अधिकतर केंद्रों में कोई कर्मचारी नहीं होते हैं. ऐसे में बागवानों को दूसरे केंद्रों में जाकर सेब बेचना पड़ रहा है. जिससे ढुलाई का अतिरिक्त खर्च उन्हें उठाना पड़ता है. बागवानों का कहना है कि एचपीएमसी के खरीद केंद्रों में नगद भुगतान भी नहीं हो रहा है. जिसके चलते वो इन केंद्रों में सेब बेचने से बच रहे हैं. इसके बजाए बागवान स्थानीय मंडियों में सेब बेच रहे हैं, वहां पर उन्हें सेब के नगद दाम मिल रहे हैं.
लूगड़ भट्टी केंद्र में सेब खरीद के दो दिन: वहीं, एचपीएमसी के क्षेत्रीय प्रबंधक सोनम का कहना है कि जिला कुल्लू के पतलीकूहल में 2490, बंदरोल में 463 और भुंतर में 331 बोरी सेब बागवानों से खरीदा गया है. अभी सेब सीजन को काफी समय है और सीजन के आखिरी समय में सेब की आमद भी बढ़ जाती है. लूगड़ भट्टी केंद्र में दो दिन सेब खरीदने के लिए रखे गए हैं. हफ्ते में सोमवार और वीरवार को यहां पर सेब की खरीद की जाती है, लेकिन किसी भी बागवान द्वारा यहां पर सेब बेचने के लिए नहीं लाए गए हैं.