कुल्लू: जिले की कुल्लू विधानसभा क्षेत्र में अबकी बार नाटकीय ढंग से जहां भाजपा के वरिष्ठ नेता महेश्वर सिंह का टिकट काट दिया गया. तो वहीं, आजाद प्रत्याशी के तौर पर राम सिंह ने भी चुनावी मैदान में उतर कर खूब प्रचार किया. ऐसे में भाजपा को महेश्वर सिंह का टिकट काटने का भी नुकसान उठाना पड़ सकता है. इस साल कुल्लू विधानसभा क्षेत्र में कुल 91,650 मतदाताओं में से 69,159 मतदाताओं ने मत डाला, जिनमें 35,105 पुरुष और 34,053 महिलाओं और एक थर्ड जेंडर ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. इस प्रकार कुल्लू विधानसभा क्षेत्र में 75.45 प्रतिशत मतदान रहा.
बता दें, कुल्लू विधानसभा क्षेत्र में पहले भाजपा ने महेश्वर सिंह को टिकट दिया था लेकिन बाद में उनका टिकट काट दिया और सेवानिवृत्त शिक्षक नरोत्तम ठाकुर को चुनावी मैदान में उतारा. कांग्रेस की ओर से यहां पर वर्तमान विधायक सुंदर ठाकुर को दोबारा चुनावी मैदान में उतारा गया. भाजपा में टिकट ना मिलने के चलते राम सिंह ने नाराज होकर आजाद प्रत्याशी के तौर पर चुनावी ताल ठोक दी. भाजपा ने जहां विधानसभा चुनाव के दौरान 5 साल में हुए विकास कार्यों को भुनाया. तो वहीं, कांग्रेस के उम्मीदवार सुंदर ठाकुर ने भी कुल्लू विधानसभा से भेदभाव का मुद्दा प्रमुखता से उठाया.
कांग्रेस प्रत्याशी सुंदर ठाकुर ने चुनावी प्रचार के दौरान प्रदेश सरकार पर कुल्लू विधानसभा क्षेत्र के साथ भेदभाव का मुद्दा प्रमुखता से उठाया. इसके अलावा सुंदर ठाकुर ने कुल्लू अस्पताल में डॉक्टरों की कमी को लेकर भी जनता के बीच बात रखी. सुंदर ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने कुल्लू अस्पताल में डॉक्टरों की कमी को लेकर कई आंदोलन किए और उसके बाद यहां पर डॉक्टरों की तैनाती की गई.
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इसके अलावा सुंदर ठाकुर ने भूतनाथ पुल, भुंतर बैली ब्रिज के मुद्दे को प्रमुखता से रखा. इसके अलावा लग घाटी में पर्यटन स्थलों को विकसित ना करने पर भी बीजेपी को कोसा. वही, कुल्लू विधानसभा क्षेत्र से आजाद प्रत्याशी के तौर पर उतरे राम सिंह को भी भाजपा के एक धड़े का खूब समर्थन मिला है. कुल्लू में पर्यटन व सड़कों के मुद्दे को लेकर उन्होंने चुनावों में खूब प्रचार किया.