कुल्लू: जिला कुल्लू के मणिकर्ण घाटी के कसोल के नजदीक ग्राहन नाले में बाढ़ आ गई. वहीं नाले के किनारे ही पर्यटकों ने अपने वाहन पार्क किए गए थे. जिसमें पांच गाड़िया नाले में बह गई. जबकि एक दर्जन वाहनों को खासा नुकसान हुआ है. इसके अलावा भुंतर के नशा निवारण केंद्र में पानी घुस गया. वहां पर तैनात स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों और मरीजों को भी सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है.
इसके अलावा छरुडू शुरू में भी बगीचे में 5 मजदूर पलम निकालने का काम कर रहे थे. तभी ये लोग बाढ़ के पानी में फंस गए. उन्हें भी पुलिस की टीम ने सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया है. इसके अलावा लंका बेकर में मकान गिरने से एक महिला की मौत हो गई है. कुल्लू पुलिस की टीम ने महिला के शव को अपने कब्जे में ले लिया है. महिला के शव का ढालपुर अस्पताल में पोस्टमार्टम किया जा रहा है.
डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग ने बताया जिला में भारी बारिश के चलते नदी नाले उफान पर है. सड़कों को भी इससे खासा नुकसान हुआ है. इसके अलावा जगह-जगह पर ग्रामीण इलाकों में नुकसान की रिपोर्ट भी ली जा रही है. वहीं, उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि बारिश के दौरान अपने घरों में ही रहे और घाटी के पर्यटन कारोबारी भी पर्यटकों को बारिश के दौरान फिलहाल सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी है.
जिला कुल्लू में भारी बारिश के चलते जहां करोड़ों रुपए की संपत्ति को नुकसान हुआ है. वहीं 120 सड़कें पर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से ठप हो है. इसके अलावा 488 बिजली के ट्रांसफार्मर भी बंद हो गए हैं. जिसके चलते ग्रामीण इलाकों के हालात काफी खराब हैं. कुल्लू से मनाली सड़क भी चार जगह पर व्यास नदी की चपेट में आ गई है. इसके अलावा बंजार सड़क मार्ग पर जगह-जगह भूस्खलन हुआ है. जिसके चलते जिला प्रशासन द्वारा फिलहाल इन सड़कों पर वाहनों की आवाजाही को रोक दिया गया है.
ये भी पढ़ें: Shimla Building Collapse: न्यू शिमला में मकान पर गिरा मलबा, एक युवती की मौत, एक घायल, बुजुर्ग महिला की तलाश जारी