कुल्लू: अटल टनल बनने के बाद जहां लाहौल घाटी का जीवन आसान हुआ है तो वहीं, यहां का पर्यटन कारोबार भी अब इससे तेज हुआ है. सर्दियों में 6 महीने तक लाहौल घाटी रोहतांग बंद होने के चलते पूरे विश्व से कट जाती थी और यहां पर हवाई उड़ान के माध्यम से ही लोग घाटी से बाहर निकल पाते थे, लेकिन अटल टनल बनने के बाद सर्दियों में भी यहां वाहनों की आवाजाही लगातार जारी है. वहीं, बर्फ देखने की चाह भी देश-विदेश के सैलानियों को लाहौल घाटी खींच रही है.
अटल टनल बनने के बाद 25 दिसंबर को 16,177 वाहन लाहौल घाटी के विभिन्न पर्यटन स्थलों पर पहुंचे. जो अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है. हालांकि बीते साल के समय भी 25 दिसंबर और 31 दिसंबर को 7,000 से लेकर 11,000 वाहन अटल टनल के माध्यम से लाहौल पहुंचे थे, लेकिन साल 2023 में यह रिकॉर्ड टूट गया और अटल टनल से गुजरने वाले वाहनों की संख्या 25 दिसंबर को 16,177 पहुंच गई. इनमें 7,306 वहां अटल टनल से लाहौल घाटी पहुंचे और 8,871 वाहन एक दिन में ही अटल टनल के माध्यम से मनाली की ओर रवाना हुए.
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ऐसे में लाहौल घाटी के सिस्सू, कोकसर, तांदी सहित अन्य पर्यटन स्थलों पर भी पर्यटन गतिविधियां बढ़ गई हैं और शीत मरुस्थल कहे जाने वाली लाहौल घाटी में भी अब पर्यटन के माध्यम से सर्दियों में लोगों को रोजगार मिल रहा है. हालांकि कुछ जगह पर सैलानियों को ट्रैफिक जाम की दिक्कतों का भी सामना करना पड़ा, लेकिन माइनस 11 डिग्री तापमान में भी पुलिस के कर्मचारी लगातार अपनी सेवाएं देते रहे. अटल टनल की अगर बात करें तो 23 और 24 दिसंबर को भी यहां पर दो दिनों की भीतर 28,210 वाहनों की आवाजाही हुई थी. जिनमें 14,865 वाहन मनाली से लाहौल घाटी और 13,345 वाहन अटल टनल होते हुए वापस मनाली पहुंचे थे. इसके अलावा क्रिसमस के अगले दिन मंगलवार को भी दोपहर 12 बजे तक मनाली से 9 हजार वाहन मनाली से अटल टनल होते हुए लाहौल के विभिन्न पर्यटन स्थलों पर पहुंचे. जिससे सभी पर्यटन स्थल सैलानियों से गुलजार हो गए.
देर रात तक ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर बनाया गया और पुलिस कर्मचारी माइनस तापमान में भी अपनी सेवाएं देते रहे. ऐसे में अब 31 दिसंबर को भी यहां पर हजारों वाहनों के आने की उम्मीद है और उन्हें यहां पर बेहतरीन व्यवस्थाएं पुलिस के द्वारा उपलब्ध करवाई जाएंगी- मयंक चौधरी, एसपी लाहौल स्पीति
मनाली के पर्यटन कारोबारी मोहन सिंह, मनु शर्मा, राजेश शर्मा का कहना है कि जुलाई, अगस्त माह में आई बाढ़ के चलते जिला कुल्लू का पर्यटन कारोबार बुरी तरह से ठप हो गया था. वहीं, कई होटल बंद होने के कगार पर पहुंच गए थे. यहां पर हजारों कर्मचारियों को भी वापस अपने घर भेज दिया गया था और होटल कारोबारी भी खासे निराश हो गए थे, लेकिन क्रिसमस के अवसर पर जिस तरह से सैलानियों की भीड़ उमड़ी. अब लगता है कि आने वाले नए साल के जश्न के लिए भी यहां पर हजारों की संख्या में सैलानी यहां पहुंचेंगे. जिससे यहां के पर्यटन कारोबार को काफी बल मिला है और सभी होटलों में स्टाफ को भी अब वापस बुला लिया गया है. जिससे हजारों बेरोजगारों को अब फिर से रोजगार मिल गया है.
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