किन्नौर: बुधवार को देश के प्रथम मतदाता मास्टर श्याम सरन नेगी 103 साल के हो गए. उन्होंने बताया कि परिवार उनका पूरा ख्याल रखता है. इसी कारण इस उम्र में भी उन्हें कोई बीमारी नहीं है.
आजाद भारत के पहले मतदाता ने याद किया बीता अरसा
श्याम सरन नेगी ने अपने जन्मदिवस पर कहा कि जब वह युवा थे. उस दौरान सड़कों का निर्माण नहीं हुआ था. पैदल जाकर मूरंग तक स्कूल में बच्चों को पढ़ाने जाते थे. उन्होंने कहा कि आज भी वह अपनी बढ़ती उम्र की फिक्र नहीं करते, बल्कि लोगों को अपने जीवन में बीती बातें याद दिलाते रहते हैं जो लोग भूलते जा रहे हैं, ताकि नई पीढ़ी पुराने समय के इतिहास को याद रख सके. उन्होंने कहा कि आज उनके जन्मदिन पर उन्हें काफी लोगों की बधाई आई है.
फोन से संदेश की बात कही
नेगी ने बताया ज वह 100 साल के हुए थे तो उनका जन्मदिन ग्रामीणों ने मनाया था. इस वर्ष कोरोना महामारी के चलते उन्होंने लोगों को सरकार के निर्देशों का पालन करने की बात कहकर फोन के माध्यम से संदेश देने की बात कही. उन्होंने बताया आज के दौर में सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाना जरूरी है. इसका लोगों को पालन करना चाहिए इसलिए उन्होंने लोगों को बधाई संदेश फोन से देने का आग्रह किया.
अधिकारियों ने शुभकामनाएं दी
मास्टर श्याम सरन नेगी के जन्मदिन पर डीसी गोपालचंद और एसडीएम कल्पा मेजर अवनिंदर शर्मा ने जन्मदिन की शुभकामनाएं दी. कोरोना संक्रमण के चलते लोगों की भीड़ उनके आग्रह के बाद कम ही नजर आई. बधाई संदेश देने वालों ने उनकी लंबी उम्र की कामना की.
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