शिमला: किन्नौर के पुह उपमंडल में बुधवार को सुबह 11 बजे के करीब भारत तिब्बत सीमावर्ती गांव नमज्ञा के डोंगरी नाले में ग्लेशियर गिरने से आर्मी 7JK राइफल्स के 6 जवान इसकी चपेट में आए थे.
ग्लेशियर के नीचे दबे जवानों को खोजने के लिए शुक्रवार को तीसरे दिन चले सर्च ऑपरेशन में सफलता हासिल नहीं हुई. शुक्रवार को भी आर्मी के 200 जवानों की रेस्क्यू टीम के हाथ ग्लेशियर के चपेट में आए जवान नहीं लगे. हालांकि आज आर्मी की स्पेशल टास्क फोर्स भी बाई एयर आई, लेकिन पूरे दिन बर्फबारी में मशक्कत के बाद भी कुछ हाथ नहीं लगा.
बता दें कि ग्लेशियर की चपेट में आया एक जवान बुधवार को ही मिल गया था. बिलासपुर निवासी आर्मी का जवान राकेश कुमार (41 वर्ष) अस्पताल ले जाते हुए शहीद हो गए. आज राकेश का शव सेना के हेलीकॉप्टर में उनके पैतृक गांव ले जाया गया.
शुक्रवार को भी सुबह सात बजे से आर्मी की रेस्क्यू टीम व स्पेशल आर्मी टास्क फोर्स ने गलेशियर में काफी मशक्कत की लेकिन नाले की लंबाई अधिक व नाले में ग्लेशियर का काफी हिस्सा होने से ढूंढने में समय लग रहा है. पूरे तीन दिन से लापता इन पांच जवानों के नाम का भी अभी तक आधिकारिक तौर से पता नहीं चल पाया है. एडीएम पूह शिव मोहन ने सूचना दी कि पूरे दिन आर्मी फोर्स और दिल्ली से आई स्पेशल टीम ने ग्लेशियर में तलाश की. बारिश और बर्फबारी के कारण बीच-बीच में सर्च ऑपरेशन को रोकना भी पड़ रहा था. दिन भर चले सर्च ऑपरेशन के बावजूद अभी तक लापता 5 जवानों का कोई पता नहीं चल पाया है.