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बजट 2020-21: केंद्र सरकार के बजट को लेकर किन्नौर में व्यापारियों व कर्मचारियों ने उठाई ये मांग

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Published : Jan 30, 2020, 4:25 PM IST

जनजातीय जिला किन्नौर में आगामी बजट को लेकर काफी उम्मीदें जताई जा रही है क्यों कि यहां की भौगोलिक परिस्थिति व अन्य चीजों में महगाई से आम व्यक्ति को नुकसान होता है.

public reviews for budget
केंद्र सरकार के बजट को लेकर व्यापारियों व कर्मचारियों ने जताई खास उम्मीदें!

किन्नौर: केंद्र सरकार के दो वर्ष के कार्यकाल का दूसरा बजट आगामी एक फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किया जाना है, जिसको लेकर जनजातीय जिला किन्नौर के व्यापारियों व कर्मचारियों को काफी उम्मीदें है.

जनजातीय जिला किन्नौर के रिकांगपिओं के कारोबारी गुरिंदर सिंह ने केंद्र सरकार के आगामी बजट को लेकर खुशी जाहिर की है. साथ ही साथ उन्होंने कहा कि जनजातीय जिला किन्नौर में व्यापरियों को सबसे बड़ी समस्या किराए में आती है, जिसमें सरकार को विचार मंथन कर किराए को कम करना चाहिए.

वीडियो.

व्यापारी का कहना है कि अब पेट्रोल डीजल के दाम भी दिन प्रतिदिन बढ़ने लगे है. व्यापारियों का सारा काम ट्रांसपोर्टेशन के ऊपर निर्भर है.अगर पेट्रोल डीजल के दाम अधिक हो तो किराया अधिक हो जाता है. इसके बाद व्यापारी को सामान को महंगा बेचना पड़ रहा है जिसकी मार आम व्यक्ति को पड़ती है.

उन्होंने कहा कि इस बजट से उम्मीद है कि खाद्य प्रदार्थो में भी दोबारा विचार कर बजट रखा जाए क्यों कि कई खाद्य प्रदार्थो में 5 प्रतिशत व कुछ खाद्य प्रदार्थो में 12 प्रतिशत टैक्स रखा है, जिससे ग्राहक को मंहगाई की मार पड़ती है. उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की है कि व्यापार में भी बिचौलिए दलालों के काम खत्म किया जाए ताकि आम ग्राहक को फायदा हो और काम मे पारदर्शिता आए.

वहीं, जिला उपशिक्षा निदेशक पदम् सिंह बिष्ट ने कहा कि जनजातीय जिला में भौगोलिक परिस्थिति काफी हटकर है ऐसे में जनजातीय जिला के शिक्षा के लिए बजट में इजाफा किया जाए ताकि जिला किन्नौर में भी आदर्श विद्यालयों की स्थापना की जा सकें, जिससे शिक्षा के क्षेत्र में बच्चों को अच्छी गुणवत्ता वाली शिक्षा मिले और बजट के बढ़ोतरी से दूसरी मूलभूत सुविधाएं भी मिल जाए.

जनजातीय जिला किन्नौर में आगामी बजट को लेकर काफी उम्मीदें जताई जा रही है क्यों कि यहां की भौगोलिक परिस्थिति व अन्य चीजों में महगाई से आम व्यक्ति को नुकसान होता है,वही कर्मचारियों ने भी टेक्स स्लैब व किन्नौर में शिक्षा के क्षेत्र में बजट की बढ़ोतरी की मांग की है.

ये भी पढे़ं: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को नमन कर रहा कृतज्ञ राष्ट्र, राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने दी श्रद्धांजलि

किन्नौर: केंद्र सरकार के दो वर्ष के कार्यकाल का दूसरा बजट आगामी एक फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किया जाना है, जिसको लेकर जनजातीय जिला किन्नौर के व्यापारियों व कर्मचारियों को काफी उम्मीदें है.

जनजातीय जिला किन्नौर के रिकांगपिओं के कारोबारी गुरिंदर सिंह ने केंद्र सरकार के आगामी बजट को लेकर खुशी जाहिर की है. साथ ही साथ उन्होंने कहा कि जनजातीय जिला किन्नौर में व्यापरियों को सबसे बड़ी समस्या किराए में आती है, जिसमें सरकार को विचार मंथन कर किराए को कम करना चाहिए.

वीडियो.

व्यापारी का कहना है कि अब पेट्रोल डीजल के दाम भी दिन प्रतिदिन बढ़ने लगे है. व्यापारियों का सारा काम ट्रांसपोर्टेशन के ऊपर निर्भर है.अगर पेट्रोल डीजल के दाम अधिक हो तो किराया अधिक हो जाता है. इसके बाद व्यापारी को सामान को महंगा बेचना पड़ रहा है जिसकी मार आम व्यक्ति को पड़ती है.

उन्होंने कहा कि इस बजट से उम्मीद है कि खाद्य प्रदार्थो में भी दोबारा विचार कर बजट रखा जाए क्यों कि कई खाद्य प्रदार्थो में 5 प्रतिशत व कुछ खाद्य प्रदार्थो में 12 प्रतिशत टैक्स रखा है, जिससे ग्राहक को मंहगाई की मार पड़ती है. उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की है कि व्यापार में भी बिचौलिए दलालों के काम खत्म किया जाए ताकि आम ग्राहक को फायदा हो और काम मे पारदर्शिता आए.

वहीं, जिला उपशिक्षा निदेशक पदम् सिंह बिष्ट ने कहा कि जनजातीय जिला में भौगोलिक परिस्थिति काफी हटकर है ऐसे में जनजातीय जिला के शिक्षा के लिए बजट में इजाफा किया जाए ताकि जिला किन्नौर में भी आदर्श विद्यालयों की स्थापना की जा सकें, जिससे शिक्षा के क्षेत्र में बच्चों को अच्छी गुणवत्ता वाली शिक्षा मिले और बजट के बढ़ोतरी से दूसरी मूलभूत सुविधाएं भी मिल जाए.

जनजातीय जिला किन्नौर में आगामी बजट को लेकर काफी उम्मीदें जताई जा रही है क्यों कि यहां की भौगोलिक परिस्थिति व अन्य चीजों में महगाई से आम व्यक्ति को नुकसान होता है,वही कर्मचारियों ने भी टेक्स स्लैब व किन्नौर में शिक्षा के क्षेत्र में बजट की बढ़ोतरी की मांग की है.

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Intro:किन्नौर न्यूज़।

केंद्र सरकार के आगामी बजट को लेकर जनजातीय क्षेत्र के व्यापारियों व कर्मचारियों ने जताई बजट से खास उम्मीदे।

किन्नौर-केंद्र सरकार के दो वर्ष के कार्यकाल के दूसरे बजट आगामी एक फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किया जाना है जिसको लेकर जनजातीय जिला किंन्नौर के व्यापारियों व कर्मचारियों की काफी उम्मीदें है और केंद्र सरकार नए बजट से आम जनता को क्या दे सकती है ।

जनजातीय जिला किंन्नौर के रिकांगपिओ के कारोबारी गुरिंदर सिंह ने केंद्र सरकार के आगामी बजट को लेकर खुशी जाहिर की है साथ ही साथ उन्होंने कहा कि जनजातीय जिला किंन्नौर में व्यापरियों को सबसे बड़ी समस्या किराए बाढे में आती है जिसमे सरकार को विचार मंथन कर किरायों को कम करना चाहिए क्यों कि अब पेट्रोल डीजल के दाम भी दिन प्रतिदिन बढ़ने लगे है क्यों कि व्यापारियों का सारा काम ट्रांसपोर्टेशन के ऊपर निर्भर है क्यों कि व्यापारियों का सारा सामान ट्रकों व दूसरे बड़े वाहनो में पहुँचता है इसके बाद अगर पेट्रोल डीजल के दाम अधिक हो तो किराया अधिक हो जाता है इसके बाद व्यापारी भी सामानों को महंगा बेचना पड़ रहा है जिसकी मार आम व्यक्ति को पड़ती है।



Body:उन्होंने कहा कि इस बजट से उम्मीद है कि खाद्य प्रदार्थो में भी दोबारा विचार कर बजट रखा जाए क्यों कि कई खाद्य प्रदार्थो में 5 प्रतिशत व कुछ खाद्य प्रदार्थो में 12 प्रतिशत टेक्स रखा है इसमें भी थोड़ी रियायत देनी चाहिए जिससे ग्राहक को मंहगाई की मार पड़ती है उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की है कि व्यापार में भी बिचौलिए दलालों के काम खत्म किया जाए ताकि आम ग्राहक को फायदा हो और काम मे पारदर्शिता आए।




Conclusion:इसी तरह शिक्षा के क्षेत्र के कर्मचारियों की दिक्कतो व जनजातीय जिला के शिक्षा के स्तर को बढ़ाने व टेक्स स्लैब में रियायत को लेकर जिला उपशिक्षा निदेशक पदम् सिंह बिष्ट ने कहा कि जनजातीय जिला में भौगोलिक परिस्थिति काफी हटकर है ऐसे में जनजातीय जिला के शिक्षा के लिए बजट में इजाफा किया जाए ताकि जिला किन्नौर में भी आदर्श विद्यालयों की स्थापना की जा सके जिससे शिक्षा के क्षेत्र में बच्चो को अच्छी गुणवत्ता वाली शिक्षा मिले और बजट के बढ़ोतरी से दूसरी मूलभूत सुविधाएं भी मिल जाए,उन्होंने कहा कि आगामी बजट से उम्मीद है कि अब केंद्र सरकार कर्मचारियों के टेक्स स्लैब को भी कम करेगी जिससे कर्मचारियों से टैक्स का भोज कम होगा उन्होंने कहा कि जिला में शिक्षा के लिए बच्चो को दूरदराज क्षेत्रो में अच्छे भवनों का निर्माण नही हुआ है जिसके चलते दूरदराज क्षेत्रो में बच्चो को पढ़ाई के लिए सरकार बजट में बढ़ोतरी करे जिससे जनजातीय जिलो में स्कूलो के अच्छे भवन बनाया जाए,उन्होंने जनजातीय इलाको के लिए केंद्र सरकार के नए बजट से इन सब मागो को पूरी होने की उम्मीद भी जताई है।
जनजातीय जिला किन्नौर में आगामी बजट को लेकर काफी उम्मीदें जताई जा रही है क्यों कि यहां की भौगोलिक परिस्थिति व अन्य चीजो में महगाई से आम व्यक्ति को नुकसान होता है,वही कर्मचारियों ने भी टेक्स स्लैब व किन्नौर में शिक्षा के क्षेत्र में बजट की बढ़ोतरी की मांग की है।
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