किन्नौरः जिला किन्नौर के निचार खंड के सबसे दुर्गम क्षेत्रों में से एक नाथपा पंचायत में आजादी के सात दशक बाद भी लोग सड़क सुविधा से महरूम हैं. जिला के नाथपा पंचायत प्रधान आरपी युलाम नेगी ने रिकांगपिओ में प्रेसवार्ता करते हुए कहा कि नाथपा पंचायत कई वर्षों से सड़क सुविधा के लिए मांग करता रहा है. ऐसे में लंबे समय के बाद सरकार द्वारा क्षेत्र में आधे अधूरे सड़क निर्माण किए गए हैं. पिछले कई वर्षों से सड़क का काम कछुआ चाल में चल हुआ है. इसके चलते पंचायत में कई समस्याएं आ रही हैं.
ठेकेदार की लेटलतीफी से नहीं हो रहा काम
आरपी युलाम ने कहा कि उनके पंचायत क्षेत्र में कच्ची सड़क के निर्माण के लिए नाथपा झाकड़ी परियोजना की ओर से पीडब्ल्यूडी को पैसा जमा किया गया है, लेकिन पीडब्ल्यूडी के ठेकेदार की लेटलतीफी के चलते सड़क का काम रुका हुआ है. सड़क निर्माण के दौरान निकले मलवा भी गांव के इर्द-गिर्द फेंका गया है. इससे लोगों को परेशानियां आ रही हैं. नेगी ने कहा कि नाथपा पंचायत में सड़क सुविधा के न होने से लोगों को कई किलोमीटर पैदल चलकर मुख्य सड़क मार्ग तक पहुंचना पड़ता है. ऐसे में लोगों को कई बार मरीज को अस्पताल तक पहुंचाने में भी समस्या आती है.
इधर-उधर फेंक रहा ठेकेदार
आरपी. युलाम ने कहा कि पीडब्ल्यूडी के ठेकेदार ने नाथपा गांव से करीब 300 मीटर दूर कच्ची सड़क का निर्माण किया, लेकिन मलवा इधर-उधर फेंका जा रहा है. इसके अलावा इस सड़क निर्माण कार्य के दौरान लोगों की जमीन को भी सड़क निर्माण के दौरान मशीनों से खोदा गया है. उन्होंने विभाग से नाथपा पंचायत के सड़क निर्माण व सड़क को ग्रामीण क्षेत्र तक पहुंचाने की अपील की है, ताकि लोगों को वाहनों में आवाजाही की सुविधाएं मिल सके.
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