किन्नौर: हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के काढोगरी के पास NH-5 भयंकर भूस्खलन होने के चलते करीब 2 दिनों से बंद था. जिसे बुधवार को बहाल कर दिया गया है. वहीं, गाड़ियों की आवाजाही शुरू होने से लोगों ने राहत की सांस ली है. बता दें कि सोमवार 6 नवंबर को सुबह भयंकर भूस्खलन हुआ था, इस भूस्खलन मे किसी के जान माल का नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन भूस्खलन के बाद स्पीति को जोड़ने वाला NH-5 दो दिनों से बाधित था.
बता दें कि किन्नौर में काढोगरी NH-5 को बहाल कर दिया गया है. भूस्खलन होने के चलते दो दिनों से लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ था. दो दिनों के बाद भी NH-5 बहाल करना BRO और स्थानीय प्रशासन के लिए चुनौती बना हुआ था. क्योंकि अभी भी पहाड़ों से पत्थर गिर रहे हैं, ऐसे में सड़क बाहली में परेशानिया आ रही हैं, लेकिन बीआरओ की टीम उसके बावजूद भी NH-5 को बहाल कर दिया है. जिसके बाद लोगों को राहत मिली है. बता दें कि भूस्खलन के बाद गाड़ियों की आवाजाही पूरी तरह ठप हो चुकी थी. वहीं, NH-5 के दोनों तरफ वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लगी थी.
बताया जा रहा है कि पर्यटक भी इस ब्लॉक प्वाइंट पर फंसे हुए थे, वे भी अपने गंतव्यों के लिए वापस लौटे हैं. वहीं, प्रशासन ने लोगों को काढोगरी NH-5 पर ऐतिहात बरतकर सफर करने का आग्रह किया है. ताकि पहाड़ों से गिर रहे पत्थरों से जान माल का नुकसान न हो. बता दें कि काढोगरी के पास NH-5 बहाल करने के लिए BRO की मशीनरी मौके पर लगातार काम किया है. सड़क के किनारे फैले मलबे को अभी भी हटाने का काम चल रहा है. वहीं, पहाड़ों से हल्के-हल्के पत्थरों के गिरने के बावजूद भी सड़क के किनारों से मलबा हटाने का कार्य किया जा रहा है. ताकि सड़क को और चौड़ा किया जा सके.
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