किन्नौर: जिला किन्नौर के निगुलसरी के पास आज सुबह करीब 7 बजकर 45 मिनट पर एनएच-5 पर लैंडस्लाइड हुआ. पहाड़ों से बड़े-बड़े चट्टान एनएच-5 पर आकर गिरे. जिसके बाद एनएच-5 बंद हो गया और वाहनों की आवाजाही भी पूरी तरह ठप हो गई. वहीं, प्रशासन और एनएचएआई लैंडस्लाइड के बाद मौके पर पहुंचे और हाईवे बहाली के काम में लगातार जुट गए, ताकि जल्द से जल्द एनएच-5 को बहाल किया जा सके. हालांकि अभी तक हाईवे को बहाल नहीं किया जा सका है, क्योंकि पहाड़ से रुक-रुक कर लैंडस्लाइड हो रही है.
पहाड़ी से पत्थर गिरने का सिलसिला जारी: लैंडस्लाइड के बाद से निगुलसरी के पास हाईवे जाम हो गया और सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई है. सेब से लदे वाहन हाईवे बंद होने के कारण फंस गए हैं. मौके पर पहुंची एनएचएआई की मशीनरी काम में जुट गई है और सड़क से चट्टानें और मलबा हटाया जा रहा है. हालांकि हाईवे बहाली में कर्मचारियों को कड़ी मशक्कत का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि पहाड़ी से पत्थर गिरने का सिलसिला अभी भी जारी है.
बार-बार होता है निगुलसरी में लैंडस्लाइड: बता दें कि किन्नौर के निगुलसरी के पास अक्सर लैंडस्लाइड का खतरा बना रहता है. बीते दिनों पहले भी निगुलसरी के पास नेशनल हाईवे-5 पर लैंडस्लाइड हुआ था और हाईवे वाहनों के लिए पूरी तरह से बंद हो गया था. जिसका सबसे ज्यादा नुकसान सेब बागवानों को उठाना पड़ता है, क्योंकि हिमाचल प्रदेश में फिलहाल सेब सीजन चला हुआ है.
हिमाचल में लैंडस्लाइड से तबाही: गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में मानसून सीजन में भारी बारिश से आई आपदा के कारण तबाही का दौर अभी भी रुका नहीं है. प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से लैंडस्लाइड की घटनाएं सामने आ रही हैं. लैंडस्लाइड के चलते प्रदेश के सैकड़ों लिंक रोड, फोरलेन और नेशनल हाईवे को नुकसान पहुंचा है. कई जगह पर सड़कें और हाईवे पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए या फिर धंस गए. लैंडस्लाइड की चपेट में आने से कई लोगों की मौत हो चुकी है. खासकर शिमला जिले में लैंडस्लाइड ने इस बार जमकर तबाही मचाई है.