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किन्नौर विधायक ने परियोजना सलाहकार समिति की बैठक किया बहिष्कार, बीजेपी पर लगाए ये आरोप - परियोजना सलाहाकर की बैठक

रिकांगपिओ में परियोजना सलाहकार समिति की बैठक हुई. विधायक किन्नौर जगत सिंह नेगी ने इस बैठक पर सवाल खड़े किए हैं. विधायक जगत सिंह नेगी ने परियोजना सलाहकार समिति के बैठक का बहिष्कार किया है. उनका कहना है कि इस बैठक में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के बैठने को लेकर प्रोटोकॉल का ध्यान नहीं दिया गया है.

MLA Kinnaur Jagat Singh Negi
विधायक किन्नौर जगत सिंह नेगी
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Published : Feb 5, 2021, 6:02 PM IST

किन्नौरः रिकांगपिओ में परियोजना सलाहकार समिति की पहली बैठक हुई. इस दौरान जिला परियोजना सलाहकार समिति के सभी सदस्य मौजूद रहे. परियोजना सलाहकार समिति के अध्यक्ष डीसी किन्नौर हेमराज बैरवा व उपाध्यक्ष विधायक किन्नौर भी इस बैठक में मुख्य रूप से मौजूद रहे.

जगत सिंह नेगी ने किया बैठक का बहिष्कार

विधायक किन्नौर जगत सिंह नेगी ने इस बैठक पर सवाल खड़े किए हैं. विधायक जगत सिंह नेगी ने परियोजना सलाहकार समिति के बैठक का बहिष्कार किया है. उनका कहना है कि इस बैठक में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के बैठने को लेकर प्रोटोकॉल का ध्यान नहीं दिया गया है. जबकि परियोजना सलाहकार समिति में डीसी किन्नौर व विधायक एक साथ बैठते हैं. यहां पर प्रदेश वन निगम उपाध्यक्ष सूरत नेगी को डीसी के समक्ष बैठाया गया, जो सरासर गलत है.

वीडियो.

नरअंदाज करने का लगाया आरोप

विधायक जगत सिंह नेगी ने कहा कि परियोजना सलाहकार की बैठक में भाजपा के लोग एक चुने हुए प्रतिनिधि की बातों पर ध्यान नही दे रहे हैं. बैठक में सरकारी कार्यों पर चर्चा शुरू की तो प्रदेश वन निगम उपाध्यक्ष द्वारा उन्हें टोका गया. जो नियमों के विरुद्ध है. सूरत नेगी परियोजना सलाहकार समिति के केवल सदस्य हैं और उन्हें उपाध्यक्ष को टोकने का अधिकार नहीं है.

जगत सिंह नेगी ने कहा कि प्रदेश वन निगम उपाध्यक्ष सूरत नेगी बैठक में विधायक को परियोजना सलाहकार समिति के उपाध्यक्ष पद से हटाने के लिए मुख्यमंत्री से शिकायत करने की बात भी कर रहे थे. जो छोटे बच्चों की तरह हरकतें लग रही थी. नेगी ने कहा कि अध्यक्ष के माध्यम से ही बैठक में चर्चा होती है. लेकिन सूरत नेगी बेलगाम बनकर बैठक में चर्चाओं के विपरीत जाकर बात कर रहे हैं जो सरासर गलत है.

विकास कार्यों पर पड़ रहा प्रभाव

विधायक जगत सिंह नेगी ने कहा कि पूरे प्रदेश के जनजातीय इलाकों में परियोजना सलाहकार समिति का अध्यक्ष विधायक को बनाया गया है, लेकिन जिला किन्नौर में डीसी को बनाया गया है. जिससे जिला में विकास के कार्यों पर प्रभाव पड़ रहा है. किन्नौर में 30 वर्षों से आजतक परियोजना सलाहकार समिति का अध्यक्ष विधायक ही रहा है. भाजपा सरकार ने किन्नौर के विकास को रोकने की मंशा से डीसी को परियोजना सलाहकार समिति का अध्यक्ष बनाया ताकि डीसी से अपने मनमाने तरीके से काम करवा सके.

पढ़ें: वर्चस्व की जंग के बीच पार्टी के 'किंग' वीरभद्र सिंह के इर्द गिर्द घूमने लगी कांग्रेस की राजनीति

किन्नौरः रिकांगपिओ में परियोजना सलाहकार समिति की पहली बैठक हुई. इस दौरान जिला परियोजना सलाहकार समिति के सभी सदस्य मौजूद रहे. परियोजना सलाहकार समिति के अध्यक्ष डीसी किन्नौर हेमराज बैरवा व उपाध्यक्ष विधायक किन्नौर भी इस बैठक में मुख्य रूप से मौजूद रहे.

जगत सिंह नेगी ने किया बैठक का बहिष्कार

विधायक किन्नौर जगत सिंह नेगी ने इस बैठक पर सवाल खड़े किए हैं. विधायक जगत सिंह नेगी ने परियोजना सलाहकार समिति के बैठक का बहिष्कार किया है. उनका कहना है कि इस बैठक में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के बैठने को लेकर प्रोटोकॉल का ध्यान नहीं दिया गया है. जबकि परियोजना सलाहकार समिति में डीसी किन्नौर व विधायक एक साथ बैठते हैं. यहां पर प्रदेश वन निगम उपाध्यक्ष सूरत नेगी को डीसी के समक्ष बैठाया गया, जो सरासर गलत है.

वीडियो.

नरअंदाज करने का लगाया आरोप

विधायक जगत सिंह नेगी ने कहा कि परियोजना सलाहकार की बैठक में भाजपा के लोग एक चुने हुए प्रतिनिधि की बातों पर ध्यान नही दे रहे हैं. बैठक में सरकारी कार्यों पर चर्चा शुरू की तो प्रदेश वन निगम उपाध्यक्ष द्वारा उन्हें टोका गया. जो नियमों के विरुद्ध है. सूरत नेगी परियोजना सलाहकार समिति के केवल सदस्य हैं और उन्हें उपाध्यक्ष को टोकने का अधिकार नहीं है.

जगत सिंह नेगी ने कहा कि प्रदेश वन निगम उपाध्यक्ष सूरत नेगी बैठक में विधायक को परियोजना सलाहकार समिति के उपाध्यक्ष पद से हटाने के लिए मुख्यमंत्री से शिकायत करने की बात भी कर रहे थे. जो छोटे बच्चों की तरह हरकतें लग रही थी. नेगी ने कहा कि अध्यक्ष के माध्यम से ही बैठक में चर्चा होती है. लेकिन सूरत नेगी बेलगाम बनकर बैठक में चर्चाओं के विपरीत जाकर बात कर रहे हैं जो सरासर गलत है.

विकास कार्यों पर पड़ रहा प्रभाव

विधायक जगत सिंह नेगी ने कहा कि पूरे प्रदेश के जनजातीय इलाकों में परियोजना सलाहकार समिति का अध्यक्ष विधायक को बनाया गया है, लेकिन जिला किन्नौर में डीसी को बनाया गया है. जिससे जिला में विकास के कार्यों पर प्रभाव पड़ रहा है. किन्नौर में 30 वर्षों से आजतक परियोजना सलाहकार समिति का अध्यक्ष विधायक ही रहा है. भाजपा सरकार ने किन्नौर के विकास को रोकने की मंशा से डीसी को परियोजना सलाहकार समिति का अध्यक्ष बनाया ताकि डीसी से अपने मनमाने तरीके से काम करवा सके.

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