किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर में पिछले एक महीने से बर्फबारी में बेसहारा पशुओं को ठंड में ठिठुरना पड़ रहा है. ऐसे में बेसहारा पशुओं को खाने के लिए चारा भी नहीं मिल रहा है और दो दिन पहले रिकांगपिओ में दो पशु मृत पाए गए.
प्रदेश युवा कांग्रेस महासचिव कुलवंत नेगी ने कहा कि रिकांगपिओ में कई बेसहारा पशु घूम रहे हैं, जिन्हें स्थानीय लोगों ने बाजारो में छोड़ रखा है और पशुओं को खाने के लिए कुछ मिल नहीं रहा है. इस वजह से बेसहारा पशुओं को प्लास्टिक खानी पड़ रही है.
महासचिव ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि स्वच्छता और बेसहारा पशुओं के लिए एक रुपये टैक्स काटा जा रहा है, लेकिन किन्नौर में अभी भी सैकड़ों पशु आशियाने की तलाश में है. उन्होंने कहा कि यदि समय रहते तो किन्नौर प्रशासन व बीजेपी सरकार के खिलाफ कोर्ट तक जाएंगे.