किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर के दुर्गम और चीन सीमा से सटे चांगो गांव के लिए जिओ नेटवर्क का टावर लगाने का प्रस्ताव पास हुआ है. दुरदराज में स्थित इस गांव में अकसर नेटवर्क नहीं होने से लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता था.
हालांकि क्षेत्र में बीएसएनएल का टावर लगाया गया है, लेकिन पहाड़ी इलाका होने के कारण इस गांव में नेटवर्क सही ढंग से काम नहीं कर पाता. जहां दुनिया 5जी तक पहुंच चुकी है, वहीं किन्नौर में कई गावों में तो 2जी तक की सुविधा भी सही ढंग से नहीं मिल पाती.
बीएसएनएल का सिग्नल गांव में नहीं होने के कारण लोगों को कई बार अपने रिश्तेदारों से या फिर जरूरी काम के लिए फोन पर बात करने के लिए पहाड़ी चढ़नी पड़ती है. अब जिओ का टावर लगाने का प्रस्ताव पास हुआ है, जिससे चांगो गांव के लोगों में खुशी है. टावर का काम भी जल्द ही शुरू होने वाला है.
इस विषय मे जिला परिषद अध्यक्ष व हंगरङ्ग जिला परिषद वार्ड सदस्य टाशि यांगजेन ने कहा कि चांगो गांव जिला के दुर्घम व कठिन भौगोलिक परिस्थितियों वाला क्षेत्र है, जहां मोबाइल नेटवर्क की सुविधा सही रूप से नहीं है. इस वजह से चांगो के लोगों को बिना नेटवर्क सुविधा के दूसरे इलाकों के लोगों से संपर्क करना मुश्किल है.
![District Council President, Tashi Yangjen](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/8697173_703_8697173_1599363152511.png)
नेटवर्क की समस्या से सरकारी व गैरसरकारी कार्यालयों में भी ऑनलाइन काम करना काफी मुश्किल साबित होता है. उन्होंने कहा कि इस वर्ष कोरोनाकाल में स्कूली बच्चों को भी चांगो गांव मे बिना मोबाइल नेट सुविधा के पढ़ाई प्रभावित हुई है.
इस समस्या को लेकर कई बार सरकार से शिकायत की गई थी और अब इस ओर ध्यान दिया गया है. सरकार व चांगो के ग्रामीणों के अथक प्रयासों से अब चांगो गांव मे जिओ कंपनी का 4जी टावर का काम शुरू हो रहा है जिसपर उन्होंने सरकार का आभार भी व्यक्त किया है.
बता दें कि जिला के चांगो गांव मे लंबे समय से लोगों द्वारा मोबाइल नेटवर्क की समस्या को लेकर प्रशासन के समक्ष शिकायतें आ रही थी. अब टावर लगने से ग्रामीणों समेत सीमावर्ती इलाकों में सेना व आईटीबीपी के जवानों को भी समस्याएं नहीं आएंगी.