किन्नौर: जिला किन्नौर में उद्योग विभाग द्वारा हैंडीक्राफ्ट डिजाइन डवलेपमेंट के तहत 340 बुनकर मशीन व 390 आर्टिज्म कार्ड उपलब्ध करवाए गए हैं, जो जिला किन्नौर के बुनकर क्षेत्र से जुड़े कारीगरों (Weavers and jewelery artisans in Kinnaur) के लिए अच्छी खबर है. जिला उद्योग विभाग के जिला अधिकारी जियाराम अभिलाषी ने रिकांगपिओ में मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि किन्नौर जिला अपने पारम्परिक वेशभूषा व आभूषणों के पहनावे के लिए पूरे देशभर में जाना जाता है. ऐसे में विभाग द्वारा इसके मद्देनजर जिला के बुनकर व आभूषण के काम करने वाले कारीगरों को मशीन व टूलकिट आवंटित किया गया है.
उन्होंने कहा कि जिला के रिकांगपिओ, सांगला, निचार में विभाग द्वारा स्पेशल डिजाइनरों को बुनकरों के मध्य जिले के वेशभूषा के नए डिजाइन प्रशिक्षण (weavers in Kinnaur district) करवाया गया था. इस प्रशिक्षण में 100 बुनकरों ने भाग लिया. उन्होंने कहा कि जिला में अब तक 390 आर्टिज्म कार्ड आवंटित किये गए हैं, जिसके तहत बुनकर व सुनारों को सरकार के कई योजनाओं के लाभ भी मिलते हैं.
इसी कार्ड के माध्यम से जिले के 340 बुनकरों को 340 बुनकर मशीनें मुफ्त में उपलब्ध करवाई गयी है. इसके अलावा 50 आभूषण कारीगरों को भी आभूषणों के काम के लिए टूलकिट आवंटित किये गए हैं. ताकि बुनकर व आभूषण कारीगरों (handicraft business in kinnaur) को अपने काम में सफलता के साथ सरकार की ओर से प्रदान की जा रही सुविधाएं मिलती रहे.
जिला उद्योग विभाग के अधिकारी जियाराम अभिलाषी ने कहा कि जिला के बेरोजगार युवा भी बुनकर, आभूषण कारीगर व उद्योग विभाग द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न योजनाओं के लाभ उठा सके इसके लिए उद्योग विभाग द्वारा युवाओं को उनके कौशल विकास कार्यों के लिए सब्सिडी मे लोन दिए जा रहे हैं. ताकि बेरोजगार युवा अपने व्यवसाय को बढ़ावा दे सकें.
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