किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर में कोरोना महामारी से लड़ाई लड़ने के लिए क्षेत्रीय अस्पताल रिकांगपिओ में राष्ट्रीय युवा कांग्रेस के सचिव निगम भंडारी ने प्रशासन से टेस्टिंग किट का प्रबंध करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि जिला में हजारों की संख्या में लोग बाहरी राज्यों से प्रवेश कर रहे हैं और इन सभी लोगों के टेस्ट करना मुश्किल है, जिसे देखते हुए प्रशासन को मुख्य अस्पताल में टेस्टिंग किट का प्रबंध करना चाहिए, जिससे जिला में बाहरी इलाकों से आने वाले लोगों का टेस्ट तुरंत किया जा सके.
निगम भंडारी ने कहा कि जनजातीय क्षेत्र होने की वजह से किन्नौर को सरकार की तरफ से भरपूर आर्थिक सहायता मिली है. वहीं, प्रदेश की सभी बड़ी विद्युत परियोजनाएं किन्नौर में निर्माणाधीन हैं. ऐसे में इन सभी परियोजनाओं व जनजातीय बजट के तहत जिला के मुख्य अस्पताल रिकांगपिओ में एक टेस्टिंग किट होनी चाहिए. रोजाना कोरोना के संदिग्ध मरीज बढ़ रहे हैं और जिला में टेस्टिंग किट नहीं होने के कारण सैंपल की रिपोर्ट आने में काफी लंबा समय लग रहा है. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में कोरोना वायरस के मामले बढने से टेस्टिंग की समस्या बढ़ सकती है. ऐसे में जिला प्रशासन को रिकांगपिओ चिकित्सालय में कोविड टेस्टिंग किट का प्रबंध करना चाहिए, जिससे जिला में इस जंग से लड़ाई में दिक्कत न आये.
बता दें कि जिला किन्नौर का एकमात्र बड़ा अस्पताल रिकांगपिओ में है. ऐसे में अब बाहरी राज्यों व जिलों से आने वाले लोगों को होम क्वारंटाइन से पहले प्रशासन इंस्टिट्यूशनल सेंटर में ले जाकर सैंपल ले रहा है और व्यक्ति के टेस्ट रिपोर्ट आने पर होम क्वारंटान के लिए घर भेजा जा रहा है, जिसमें कई दिनों का समय भी लग रहा है. जिला में टेस्टिंग किट की व्यवस्था होने से किन्नौर प्रवेश द्वार पर ही व्यक्ति के टेस्ट किये जा सकते हैं और कोरोना संक्रमण को किन्नौर में प्रवेश से रोक जा सकता है.