किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर में बहने वाली सतलुज नदी का जलस्तर इन दिनों काफी बढ़ने लगा है. जिला के ऊपरी क्षेत्रों समेत स्पीति की पहाड़ियों पर गर्मी बढ़ने से बड़े-बड़े ग्लेशियर पिघलने लगे हैं. इसके चलते इन दिनों सभी छोटे बड़े नदी नालों का पानी सतलुज में मिल रहा है. इसके चलते सतलुज के प्रवाह में काफी तेजी आई है. ऐसे में सतलुज के समीप जाना खतरे से खाली नहीं है.
इस विषय मे डीसी किन्नौर गोपालचन्द ने कहा कि इन दिनों सतलुज का जलस्तर काफी बढ़ने लगा है, जिसपर प्रशासन की ओर से नदी के समीप जाने से सख्त मनाही की गई है. साथ ही सतलुज पर स्थापित सभी जलविद्युत परियोजनाओं में जलस्तर बढ़ने पर लोगों को सूचना जारी करने के निर्देश दिए गए हैं.
जलस्तर बढ़ने से परियोजनाओं के बांध के फाटक भी खोले गए है. लोग सतलुज के आसपास न जाएं. रेत व बजरी इकट्ठा करने वाले लोग भी सतलुज के समीप न जाएं. अचानक जलस्तर बढ़ने से इसके बहाव में बहने का खतरा बना हुआ है.
बता दें कि किन्नौर में सतलुज के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों को भी प्रशासन की ओर से अलर्ट जारी किया गया है. वहीं, इस वर्ष अगस्त महीने में पहली बार सतलुज का जलस्तर काफी बढ़ा गया है. इससे पहले अगस्त महीने में सतलुज का जलस्तर कम होना शुरू होता था, लेकिन इस साल भारी गर्मी के चलते पहाड़ों से ग्लेशियर पिघलने से सभी नदी नालों का जलस्तर बढ़ने से किन्नौर में भी खतरा बढ़ गया है. प्रदेश के अधिकतर नदी-नाले उफान पर हैं.
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