किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर में इन दिनों सेब का सीजन खूब जोरों शोरों से चला हुआ है. ऐसे में अब बाहरी क्षेत्रों से सैकड़ों ट्रक आ रहे हैं और कोरोना की दस्तक भी बढ़ने लगी है.
सेब सीजन में अधिकतर काम करने वाले मजदूर व सेब तोड़ने वाले लोग भी जिला से बाहरी इलाकों से किन्नौर प्रवेश कर रहे हैं. जिससे कोरोना वायरस फैलने की संभावना भी बढ़ रही है. ऐसे में प्रशासन भी अब इस संदर्भ में सख्त हो रहा है और जिला में वाहनों को सेनिटाइज करने के निर्देश भी दिए हैं.
इस विषय में कार्यकारी उपायुक्त किन्नौर अश्वनी कुमार ने कहा कि जिस तरह से किन्नौर के लगभग सभी क्षेत्रों में सेब का सीजन शुरू हो चुका है और पूरे जिले में बाहरी राज्यों व जिलों से ट्रक सेब को मंडी तक पहुंचाने के लिए आ रहे हैं.
ऐसे में अब कोविड टेस्ट भी नहीं हो रहा है जो एक चिंता का विषय भी है. जिसको देखते हुए किन्नौर प्रशासन ने बाहरी क्षेत्रों से आने वाले लोगों के रजिस्ट्रेशन के साथ ट्रकों को सेनिटाइज करने के लिए निर्देश जारी किए हैं और सभी तहसीलों में यह काम ट्रक सोसाइटी व स्थानीय प्रशासन को इसके निर्देश जारी किए गए हैं.
उपायुक्त अश्वनी कुमार ने कहा कि सेब के सीजन को मद्देनजर रखते हुए जिला में ट्रक चालकों को भी एतिहात के तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में घूमने से रोकने के लिए सभी पंचायत के प्रतिनिधियों को भी इस विषय मे सूचित किया गया है, ताकि कोरोना वायरस को ग्रामीण क्षेत्रों में फैलने से रोका जा सके.
उन्होंने कहा कि से के सीजन में सेब के पेकिंग करने वाले मजदूरों व सेब के व्यापारियों को भी सेब के काम के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग रखना अनिवार्य रहेगा यदि सेब के बगीचों में कोविड की कोई शिकायत आई तो से बागवान समेत सेब की फसल पर भी असर पड़ सकता है.