धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के बनखंडी में बनने जा रहे वर्ल्ड क्लॉस जू के लिए सेंट्रल जू अथॉरिटी (सीजेडए) ने स्वीकृति प्रदान कर दी है. वहीं, सीजेडए की तकनीकी कमेटी मानसून के बाद दौरा कर सकती है. जू निर्माण के लिए जो अलग-अलग कम्पोनेंट बनने हैं, उन्हें सीजेडए की तकनीकी कमेटी की ओर से स्वीकृति प्रदान की जाएगी. विभिन्न कम्पोनेंट में जो काम जू निर्माण हेतू किए जाने हैं, उसके लिए प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट स्थापित की जाएगी. उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
प्रथम चरण में होगा बाउंड्री वॉल का काम: बनखंडी में बनने वाले वर्ल्ड क्लॉस जू के प्रथम चरण में बाउंड्री वॉल और वाटर हारवेस्टिंग स्ट्रक्चर का काम किया जाएगा. इसके लिए सीजेडए की तकनीकी कमेटी बनखंडी का दौरा होगा, जो कि मानसून के बाद करवाया जाएगा. इसको लेकर पर्यटन विभाग तैयारियों में जुटा हुआ है. बनखंडी में वर्ल्ड क्लॉस जू के लिए चिड़ियाघर प्राधिकरण (सीजेडए) से पूर्व स्वीकृति प्राप्त हो गई है. प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के दृष्टिगत बड़े चिड़ियाघर की स्थापना एक महत्त्वपूर्ण कदम साबित होगा. यह प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना है.
'कांगड़ा के बनखंडी में बनने वाले वर्ल्ड क्लॉस जू के प्रथम चरण में बाउंड्री वॉल, वाटर हारवेस्टिंग स्ट्रक्चर का काम होना है. सेंट्रल जू प्राधिकरण की तकनीकी कमेटी एरिया का विजिट करेगी, जो कि मानसून के बाद करवाया जाएगा. वहीं, जू में कौन से कम्पोनेंट बनने हैं, उन पर कमेटी अप्रूवल देगी. अलग-अलग कम्पोनेंट में जो कार्य होने हैं, उसके लिए प्रोजेक्ट यूनिट स्थापित होगी फिर आगे की कार्रवाई की जाएगी.' :- विनय धीमान, उपनिदेशक, पर्यटन विभाग कांगड़ा
पर्यटन विभाग कांगड़ा के उपनिदेशक विनय धीमान ने कहा कि वर्ल्ड क्लॉस जू में प्रदेश और अन्य क्षेत्रों के मूल वन्य जीवों को रखा जाएगा. यह चिड़ियाघर पर्यटकों के लिए वन्य जीवों से जुड़ने, उनके प्राकृतिक व्यवहार और पारिस्थितिक महत्व की समझ विकसित करने के केन्द्र के रूप में कार्य करेगा. यह चिड़ियाघर वन्य जीव संरक्षण और उनके प्राकृतिक आवासों की रक्षा के महत्व के बारे में लोगों को जागरूक करेगा.