पालमपुर/कांगड़ा : कोरोना महामारी पूरे देश में अपने पैर पसार चुकी है. महामारी के इस दौर में इंसान अपनी इंसानियत को भूलता जा रहा है. कोरोना संक्रमित मरीजों की मदद तो दूर की बात है लोग लाशों को भी हाथ लगाने से डर रहे हैं. कोरोना संक्रमित मरीजों की लाशों कई घंटों तक शमशान में पड़ी अंतिम संस्कार का इंतजार कर रही हैं.
संकट की इस घड़ी में अपने भी साथ छोड़ रहे हैं. ऐसा ही एक मामला कांगड़ा जिला के पालमपुर से आया है. जहां एक कोरोना संक्रमित व्यक्ति का शव कई घंटो तक पड़ा रहा और उठाने के लिए परिवार के लोग तक सामने नहीं आए. लोग शव के नजदीक जाने से भी डर रहे थे.
अंतिम संस्कार से दूर अपने
बता दें पालमपुर उपमंडल के भवारना में 45 साल के व्यक्ति की मौत हो गई. मृतक कोरोना संक्रमित था. मौत के बाद मृतक के शव को शमशान घाट तक पहुंचाने के लिए परिवार के लोग नहीं आए. शव घंटों तक यूं ही पड़ा रहा. प्रशासन की ओर से तहसीलदार और पंचायत प्रधान वहां पहुंचे. उसके बाद गांव के ही कुछ युवकों ने मृतक की लाश को शमशान घाट तक पहुंचाया. वहीं, मौत के बाद गांव के लोगों में दशहत का माहौल बना हुआ है.
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