धर्मशाला: केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के सिक्योंग/राष्ट्रपति पद के लिए रविवार को अंतिम चरण का मतदान हुआ. इसके साथ ही रविवार को निर्वासित तिब्बती संसद के 45 सदस्यों के लिए भी वोटिंग हुई. वहीं, धर्मशाला में मतदान करने के लिए 9 पोलिंग बूथों को लगाया गया था, जहां पर तिब्बतियों ने अपना मतदान किया.
26 देशों में तिब्बतियों ने किया मतदान
चुनावों को लेकर तिब्बतियों में भी भारी उत्सह देखने को मिला. धर्मशाला सहित 26 देशों में भी तिब्बतियों ने मतदान किया इसी के साथ 26 देशों से वोटिंग का आंकड़ा कंपाइल होने में अभी एक-दो दिन का वक्त लग सकता है.
खास बात ये है कि जहां पहले चरण में राष्ट्रपति पद के लिए 8 उम्मीदवार मैदान में थे, वहीं अब अंतिम चरण में मुकाबला दो के बीच ही है. तिब्बत चुनाव आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त वांगडू टर्सिंग ने बताया कि लगभग 26 देशों में निर्वासित तिब्बती मताधिकार कर रहे हैं. इनकी कुल संख्या 83,079 है. अब दो तरह के चुनाव की प्रक्रिया चल रही है. एक केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के राष्ट्रपति चुनाव के लिए है तो दूसरी वोटिंग 45 संसदीय सीटों के लिए हुई है.
45 संसदीय सीटों के लिए 95 उम्मीदवार
45 संसदीय सीटों के लिए 95 उम्मीदवार हैं, जबकि अध्यक्ष के लिए पेन्पा त्सेरिंग और औकात्संग केलसांग दोर्जी दो ही उम्मीदवारों में टक्कर है. टर्सिंग ने बताया कि पहले चरण के दौरान आठ उम्मीदवार थे. इसमें पेन्पा त्सेरिंग ने सबसे अधिक 24,488 मत हासिल किए और औकात्संग केलसांग दोरजी ने 14,544 मत हासिल किए. अब रविवार को अंतिम चरण का मतदान हुआ. इसके आधार पर 14 मई को नतीजे घोषित किए जाएंगे.
ये भी पढ़ें: बड़ी खबरः इन राज्यों से हिमाचल आने के लिए लानी होगी कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट
ये भी पढ़ें: सतपाल सत्ती ने माना ऊना में बढ़ी आपराधिक गतिविधियां, कहा- ऐसी घटनाओं पर राजनीति न करे विपक्ष