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निर्वासित तिब्बत सरकार व ससंद गठन के लिए मतदाता पंजीकरण शुरू, ऐसे तिब्बती होंगे मतदान के पात्र

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Published : Aug 26, 2020, 4:05 PM IST

Updated : Aug 26, 2020, 4:18 PM IST

निर्वासित तिब्बत सरकार व संसद के गठन के लिए मतदाता पंजीकरण का कार्य शुरू करने जा रही है. मतदाता पंजीकरण यह कार्य पहली सितंबर से 15 अक्टूबर तक चलेगा. इस मतदाता पंजीकरण 18 वर्ष से ऊपर को आयु के युवाओं का पंजीकरण होगा, जो मतदान करना चाहते हों.

exiled Tibet government
tibet

धर्मशाला: निर्वासित तिब्बत सरकार व संसद के गठन के लिए मतदाता पंजीकरण का कार्य शुरू करने जा रही है. मतदाता पंजीकरण यह कार्य पहली सितंबर से 15 अक्टूबर तक चलेगा. इस मतदाता पंजीकरण 18 वर्ष से ऊपर को आयु के युवाओं का पंजीकरण होगा, जो मतदान करना चाहते हों. तिब्बती मतदाता पंजीकरण के लिए निर्वासित तिब्बत सरकार के चुनाव आयोग दौरा अपनी तैयारियों को पूरा किया गया है और वह पहली सितंबर से मतदाता पंजीकरण का कार्य शुरू भी करेगा. निर्वासित तिब्बत सरकार की ग्रीन बुक में शामिल तिब्बती ही मतदान के लिए योग्य होंगे.

बता दें कि जून 2016 में निर्वासित तिब्बत सरकार यानी कशाग व संसद का गठन हुआ था. पांच वर्ष की अवधि 2021 के मई के अंत में खत्म होने जा रही है, जिसे लेकर अभी से ही नए तिब्बती वोटरों को जोड़ने को लेकर कवायद भी सितंबर से शुरू होने जा रही है. नए चुनाव को लेकर अभी तक कोई तिथि निर्धारित तो नहीं है, लेकिन मई 2021 के बाद निर्वासित तिब्बत सरकार व संसद का गठन होगा. जिसमें 17वीं संसद व 16वीं कशाग का गठन किया जाएगा.

वर्ष 2016 में हुए चुनाव में 90,372 मतदाताओं ने अपना पंजीकरण करवाया था और मतदान प्रक्रिया में भाग लिया था. वहीं, ग्रीन बुक में शामिल तिब्बती ही मतदान के योग्य होंगे. ग्रीन बुक से यहां मतलब यह है कि जो तिब्बती वर्ष में अपनी स्वेच्छा से कुछ न कुछ पैसे निर्वासित सरकार को देता है, वहीं मतदान में भाग ले सकता है. ग्रीन बुक में शामिल न होने वाले तिब्बती को मतदान का अधिकार नहीं है.

इस समय भारत के अलावा, भूटान, नाॅर्थ अमेरिका, यूरोप सहित कुछ अन्य देशों में भी तिब्बती समुदाय के लोग रहते हैं. इन जगहों पर रहने वाले तिब्बती समुदाय के लोग भले ही भारत से बाहर रहे हों, लेकिन वह अपनी सरकार व संसद के गठन में भाग लेते हैं. वोटिंग प्रक्रिया उन्हीं जगह से होती है, जहां पर वे रह रहे हों. इस समय करीब डेढ़ लाख से ऊपर तिब्बती समुदाय की जनसंख्या देश व विदेश में है.

वहीं, आचार्य यशी डिप्टी स्पीकर तिब्बत ससंद ने बतया की पहली सितंबर से युवा मतदाताओं के पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू होगी. मई 2021 को कशाग व संसद का कार्यकाल खत्म होने जा रहा है. इसके बाद नए चुनाव भी होंगे.

पढ़ें: जल्द मनाली के होटल्स में लौटेगी रौनक, 6 महीनों से पसरा है सन्नाटा

धर्मशाला: निर्वासित तिब्बत सरकार व संसद के गठन के लिए मतदाता पंजीकरण का कार्य शुरू करने जा रही है. मतदाता पंजीकरण यह कार्य पहली सितंबर से 15 अक्टूबर तक चलेगा. इस मतदाता पंजीकरण 18 वर्ष से ऊपर को आयु के युवाओं का पंजीकरण होगा, जो मतदान करना चाहते हों. तिब्बती मतदाता पंजीकरण के लिए निर्वासित तिब्बत सरकार के चुनाव आयोग दौरा अपनी तैयारियों को पूरा किया गया है और वह पहली सितंबर से मतदाता पंजीकरण का कार्य शुरू भी करेगा. निर्वासित तिब्बत सरकार की ग्रीन बुक में शामिल तिब्बती ही मतदान के लिए योग्य होंगे.

बता दें कि जून 2016 में निर्वासित तिब्बत सरकार यानी कशाग व संसद का गठन हुआ था. पांच वर्ष की अवधि 2021 के मई के अंत में खत्म होने जा रही है, जिसे लेकर अभी से ही नए तिब्बती वोटरों को जोड़ने को लेकर कवायद भी सितंबर से शुरू होने जा रही है. नए चुनाव को लेकर अभी तक कोई तिथि निर्धारित तो नहीं है, लेकिन मई 2021 के बाद निर्वासित तिब्बत सरकार व संसद का गठन होगा. जिसमें 17वीं संसद व 16वीं कशाग का गठन किया जाएगा.

वर्ष 2016 में हुए चुनाव में 90,372 मतदाताओं ने अपना पंजीकरण करवाया था और मतदान प्रक्रिया में भाग लिया था. वहीं, ग्रीन बुक में शामिल तिब्बती ही मतदान के योग्य होंगे. ग्रीन बुक से यहां मतलब यह है कि जो तिब्बती वर्ष में अपनी स्वेच्छा से कुछ न कुछ पैसे निर्वासित सरकार को देता है, वहीं मतदान में भाग ले सकता है. ग्रीन बुक में शामिल न होने वाले तिब्बती को मतदान का अधिकार नहीं है.

इस समय भारत के अलावा, भूटान, नाॅर्थ अमेरिका, यूरोप सहित कुछ अन्य देशों में भी तिब्बती समुदाय के लोग रहते हैं. इन जगहों पर रहने वाले तिब्बती समुदाय के लोग भले ही भारत से बाहर रहे हों, लेकिन वह अपनी सरकार व संसद के गठन में भाग लेते हैं. वोटिंग प्रक्रिया उन्हीं जगह से होती है, जहां पर वे रह रहे हों. इस समय करीब डेढ़ लाख से ऊपर तिब्बती समुदाय की जनसंख्या देश व विदेश में है.

वहीं, आचार्य यशी डिप्टी स्पीकर तिब्बत ससंद ने बतया की पहली सितंबर से युवा मतदाताओं के पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू होगी. मई 2021 को कशाग व संसद का कार्यकाल खत्म होने जा रहा है. इसके बाद नए चुनाव भी होंगे.

पढ़ें: जल्द मनाली के होटल्स में लौटेगी रौनक, 6 महीनों से पसरा है सन्नाटा

Last Updated : Aug 26, 2020, 4:18 PM IST
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