धर्मशाला: पुलिस भर्ती लिखित परीक्षा फर्जीवाड़े का मास्टर माइंड पुलिस के हत्थे चढ़ गया है. शुक्रवार को फर्जीवाड़े के मास्टर माइंड विक्रम चौधरी ने खुद एसपी ऑफिस पहुंचकर सरेंडर किया.पुलिस भर्ती लिखित परीक्षा 11 अगस्त को पालमपुर के परौर स्थित परीक्षा केंद्र में आयोजित की गई थी, उस दौरान एग्जाम में फर्जीवाड़ा उजागर हुआ था, जिसमें कुछ परीक्षार्थी दूसरों की जगह पर परीक्षा दे रहे थे.
वहीं, कुछ अभ्यर्थी चीटिंग के लिए उपकरणों का इस्तेमाल कर रहे थे. फर्जीवाड़ा उजागर होने के बाद लिखित परीक्षा को रद्द किया गया था, जिसके बाद 11 सितंबर को दोबारा पालमपुर के विभिन्न परीक्षा केंद्रों में भर्ती परीक्षा आयोजित की गई थी. मामले में पुलिस ने करीब 34 युवकों को गिरफ्तार किया है.
गौरतलब है कि विक्रम चौधरी जिला कांगड़ा के ज्वाली का रहने वाला है. मास्टर माइंड समेत इस मामले में गिरफ्तार युवकों का आंकड़ा 35 पहुंच गया है. हिमाचल पुलिस में कॉन्स्टेबल के 1063 पदों के लिए ये परीक्षा आयोजित की गई थी.
एसपी जिला कांगड़ा विमुक्त रंजन ने बताया कि पुलिस भर्ती में कैंडीडेट्स ने चीटिंग की थी ताकि परीक्षा में पास हो सकें. इस मामले में 34 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं. मामले में तथाकथित मास्टर माइंड विक्रम चौधरी ने शुक्रवार को एसपी ऑफिस में सरेंडर किया है. विक्रम चौधरी को कल कोर्ट में पेश किया जाएगा. रिमांड के दौरान ये भी जांच की जाएगी कि इतने दिनों तक आरोपी कहां था और किसने उसे शरण दी थी.