पालमपुर: उपतहसील कार्यालय भवारना में विजिलेंस विभाग की टीम ने छापा मार कर नायब तहसीलदार देवेंद्र कुमार को राजस्व रिकॉर्ड में नाम ठीक करवाने की एवज में तीन हजार रुपए की रिश्वत के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. मामले को लेकर अब विजिलेंस टीम कार्यालय का बाकी रिकॉर्ड भी खंगाल रही है.
जानकारी के अनुसार हलदरा निवासी संजय गुलेरिया व पंकज उप तहसील कार्यालय भवारना आये थे. यहां राजस्व रिकॉर्ड में संजय गुलेरिया का नाम संजय कुमार से ठीक करके संजय गुलेरिया करने व दूसरे व्यक्ति पंकज के पिता का नाम ठीक करने की बात उन्होंने नायब तहसीलदार के सामने रखी. इसपर नायब तहसीलदार ने पैसों के बदले ही काम होने की बात कही, जिसके बाद दोनों पंकज व संजय ने इसकी शिकायत विजिलेंस में करने का मन बनाया.
विजिलेंस विभाग के धर्मशाला कार्यालय में हलदरा गांव के निवासी संजय व पंकज ने एक शिकायत 16 जून को की थी कि उनके राजस्व रिकॉर्ड में नाम ठीक करवाने की एवज में उप तहसील कार्यालय भवारना में तैनात नायब तहसीलदार ढाई-ढाई हजार रुपये की रिश्वत मांग रहा है, जिसका एक-एक हजार उसे दे भी दिया गया है.
अब बकाया राशि पूरा काम होने के बाद 18 जून को पंद्रह-पंद्रह सौ रुपए लेने की बात कही गई थी. इस पर कार्रवाई करते हुए विजिलेंस विभाग की टीम ने जाल बिछाकर नायब तहसीलदार देवेंद्र कुमार को रंगे हाथों तीन हजार के साथ पकड़ा है. टीम अभी इस बात का भी पता लगा रही है कि सरकारी नियमों के मुताबिक राजस्व रिकॉर्ड में नाम ठीक करने की क्या प्रक्रिया है. टीम ने उस फाइल को भी अपने कब्जे में ले लिया है जिसमें नाम बदलने की औपचारिकताएं पूरी की गईं हैं.
विजिलेंस टीम अब नायब तहसीलदार भवारना देवेन्द्र कुमार को पूछताछ के लिए धर्मशाला ले जाएगी. डीएसपी विजिलेंस धर्मशाला बलवीर जसवाल ने मामले की पुष्टि की है.
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