धर्मशाला: हिमाचल विधानसभा के शीतकालीन सत्र (Himachal assembly winter session) का आज अंतिम दिन था. राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में बोलने का अवसर नहीं देने पर विपक्ष ने सदन से वॉकआउट कर (Opposition walkout in Himachal Assembly) दिया. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के सदन में नहीं होने पर विपिन सिंह परमार ने भाजपा विधायक दल का नेतृत्व किया. सदन में विधानसभा अध्यक्ष ने किस सदस्य को बोलना है, इस पर अपने विशेषाधिकार का इस्तेमाल करने की बात की तो भाजपा विधायक दल ने तानाशाही का आरोप लगाते हुए नारेबाजी शुरू की और वॉकआउट कर दिया.
दरअसल, विपक्ष के सदस्यों ने अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में बोलने का अवसर नहीं देने का विरोध किया. इससे पहले सदन में जमकर हंगामा हुआ. स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने भोरंज के कांग्रेस विधायक सुरेश कुमार को चर्चा में वक्तव्य देने वाला अंतिम सदस्य बताया तो इस पर सदन में हंगामा हो गया. स्पीकर बोले, सुबह बोलने की सूची आई थी. उस हिसाब से नए सदस्य को बोलने का मौका दिया गया. लेकिन इसके बाद नोकझोंक बढ़ती ही रही और विपक्ष ने विधानसभा अध्यक्ष पर विपक्ष की आवाज दबाने का आरोप लगाते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया.
वहीं, विपक्ष ने वॉकआउट के बाद उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि अगर हम इनके कच्चे चिट्ठे खोलना शुरू कर देते तो ये यहां बैठने के काबिल नहीं रहते. लेकिन सरकार ने ऐसा नहीं किया. मुकेश ने बगैर विपक्ष के ही अपना वक्तव्य दिया. उन्होंने कहा कि भाजपा चुनी हुई कांग्रेस सरकार के बारे में अफवाह फैला रही है. जयराम ठाकुर कह रहे हैं कि सरकार नहीं चलेगी. जयराम तो क्या इस सरकार को कोई परिंदा भी पर नहीं मार सकता है. मुकेश ने कहा कि अभी तो फाइलें खुलेंगी, दस्तावेज निकलेंगे और सबके राज बाहर आएंगे. विपक्ष के वॉकआउट के बाद सदन की कार्यवाही अनिश्चित काल के लिए स्थागित कर दी गई.
वॉकआउट करने के बाद सदन से बाहर आए भाजपा विधायक विपिन सिंह परमार ने कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलने के लिए सुबह ही विधानसभा के अध्यक्ष कुलदीप पठानिया से बात कर ली गई थी. तय किया गया था कि चार लोग सत्त्ता पक्ष और चार लोग विपक्ष से राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलेंगे. लेकिन सदन के नियमों के विपरीत जाकर अध्यक्ष ने सत्ता पक्ष के लोगों को ज्यादा समय दिया और विपक्ष के लोगों को बोलने का कम समय मिला. जिसको लेकर विपक्ष ने सदन से वॉकआउट कर दिया.
सदन में दो दिन में ये हुआ: शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन गुरुवार को कुलदीप पठानिया को स्पीकर चुना गया. वहीं, राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर का अभिभाषण हुआ. वहीं, इसके पहले दिन बुधवार को विधायकों को शपथ दिलाई गई. साथ ही नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर सहित अन्य भाजपा नेताओं ने डिनोटिफाई के मुद्दे पर सरकार को घेरा.
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