गुवाहाटी/धर्मशाला : द कोर ग्रुप फॉर तिब्बतन कॉज इंडिया ने मंगलवार को असम के गुवाहाटी में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चीन के कृत्यों की कड़ी निंदा की और उसके गलत कार्यों को उजागर किया.
कोर ग्रुप फॉर तिब्बती कॉज इंडिया के राष्ट्रीय संयोजक आरके खिरमी ने कहा कि हम चाहते हैं कि भारत सरकार तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा को भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित कर चीन को कड़ा संदेश दे, जो कम्युनिस्ट देश के तिब्बत पर कब्जे के विरोध में अष्टकोणीय चिह्न हैं.
कोर ग्रुप ने कहा कि कोरोना वायरस की वैश्विक महामारी कम्युनिस्ट चीन के दिमाग की उपज है, जिसने पूरी दुनिया को परेशान कर दिया है.
कोर ग्रुप ने कहा कि दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही है, जिसकी उत्पत्ति चीन के वुहान शहर से हुई थी. इस बीमारी के बारे में गलत सूचना ने दुनियाभर में हजारों लोगों की जान ले ली और वैश्विक अर्थव्यवस्था को पंगु बना दिया. कोरोना महामारी ने सभी को धोखे और उत्पीड़न के चीनी मॉडल को दिखाया है.
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कोर ग्रुप के सदस्यों ने कहा कि विश्व समुदाय को स्वार्थी लक्ष्यों के लिए दुनिया को नष्ट करने के ऐसे गलत इरादों के साथ चीन को रोकना होगा. ये सभी मानवता के खिलाफ अपराध हैं. उन्होंने कहा कि कम्युनिस्ट चीन की आक्रामकता के कारण लद्दाख की गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच 15 जून, 2020 की रात को हुए संघर्ष में 20 भारतीय सैनिक शहीद हुए.
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