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न्यू पेंशन स्कीम के विरोध में सड़क पर उतरे शिक्षक, सरकार के खिलाफ नारेबाजी - पुरानी पेंशन योजना

धर्मशाला में न्यू पेंशन स्कीम (एनपीएस) के विरोध में प्राथमिक शिक्षकों ने जमकर प्रदर्शन किया. शिक्षकों की सरकार से मांग है कि पुरानी पेंशन योजना को बहाल किया जाए

New Pension Scheme
न्यू पेंशन स्कीम के विरोध में सड़कों पर उतरे शिक्षक.
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Published : Dec 21, 2019, 4:25 PM IST

धर्मशाला: जिला मुख्यालय धर्मशाला में न्यू पेंशन स्कीम (एनपीएस) के विरोध में प्राथमिक शिक्षकों ने जमकर प्रदर्शन किया. शिक्षकों का कहना है कि स्कूलों में पहले ही स्टाफ की कमी चल रही है और अब सरकार ने उन पर न्यू पेंशन स्कीम थोप दी है, जिसके चलते वह सड़कों पर उतरे हैं. इस दौरान प्राथमिक शिक्षकों के अतिरिक्त विभिन्न कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारियों ने भी विरोध-प्रदर्शन में हिस्सा लिया.

प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष संजय पीसी ने कहा कि अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ के आह्वान पर धरना दिया जा रहा है. जिला स्तर के बाद राज्य स्तर और राष्ट्रीय स्तर पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि प्रदेश व केंद्र सरकार ने उनकी मांगों को नहीं माना तो राष्ट्रीय स्तर पर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू किया जाएगा.

वीडियो रिपोर्ट.

एनपीएस के तहत जिस कर्मचारी को 70 हजार वेतन मिलता है, उसे मात्र डेढ़ से 2 हजार रुपये पेंशन दी जा रही है. संजय पीसी ने कहा कि केंद्र सरकार ने मई 2009 में नोटिफिकेशन जारी करके कर्मचारी वर्ग को जो लाभ दिया है, उसे प्रदेश में तुरंत लागू किया जाए, जिसमें पारिवारिक पेंशन का प्रावधान किया गया है.

उन्होंने कहा कि किसी कर्मचारी की मौत होने पर कोई वित्तीय लाभ उसके परिवार को नहीं मिलता है. पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम जयराम ठाकुर से मांग है कि नई पेंशन योजना को बंद करके पुरानी पेंशन योजना को शुरू करें, जिससे कर्मचारी वर्ग राहत महसूस कर सके.

धर्मशाला: जिला मुख्यालय धर्मशाला में न्यू पेंशन स्कीम (एनपीएस) के विरोध में प्राथमिक शिक्षकों ने जमकर प्रदर्शन किया. शिक्षकों का कहना है कि स्कूलों में पहले ही स्टाफ की कमी चल रही है और अब सरकार ने उन पर न्यू पेंशन स्कीम थोप दी है, जिसके चलते वह सड़कों पर उतरे हैं. इस दौरान प्राथमिक शिक्षकों के अतिरिक्त विभिन्न कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारियों ने भी विरोध-प्रदर्शन में हिस्सा लिया.

प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष संजय पीसी ने कहा कि अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ के आह्वान पर धरना दिया जा रहा है. जिला स्तर के बाद राज्य स्तर और राष्ट्रीय स्तर पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि प्रदेश व केंद्र सरकार ने उनकी मांगों को नहीं माना तो राष्ट्रीय स्तर पर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू किया जाएगा.

वीडियो रिपोर्ट.

एनपीएस के तहत जिस कर्मचारी को 70 हजार वेतन मिलता है, उसे मात्र डेढ़ से 2 हजार रुपये पेंशन दी जा रही है. संजय पीसी ने कहा कि केंद्र सरकार ने मई 2009 में नोटिफिकेशन जारी करके कर्मचारी वर्ग को जो लाभ दिया है, उसे प्रदेश में तुरंत लागू किया जाए, जिसमें पारिवारिक पेंशन का प्रावधान किया गया है.

उन्होंने कहा कि किसी कर्मचारी की मौत होने पर कोई वित्तीय लाभ उसके परिवार को नहीं मिलता है. पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम जयराम ठाकुर से मांग है कि नई पेंशन योजना को बंद करके पुरानी पेंशन योजना को शुरू करें, जिससे कर्मचारी वर्ग राहत महसूस कर सके.

Intro:धर्मशाला- जिला मुख्यालय धर्मशाला में न्यू पेंशन स्कीम (एनपीएस) के विरोध में प्राथमिक शिक्षक सड़कों पर उतरे। शिक्षकों का कहना है कि स्कूलों में पहले ही स्टाफ की कमी चल रही है, ऊपर से सरकार ने उन पर न्यू पेंशन स्कीम थोप दी है, जिसके चलते उन्हें सड़कों पर उतरना पड़ रहा है। इस दौरान प्राथमिक शिक्षकों के अतिरिक्त विभिन्न कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारियों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। 







Body:प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष संजय पीसी ने कहा कि अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ के आहवान पर यह धरना दिया जा रहा है। जिला स्तर के बाद राज्य स्तर और फिर उसके बाद राष्ट्रीय स्तर पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश व केंद्र सरकार ने उनकी मांगों को नहीं माना तो राष्ट्रीय स्तर पर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू किया जाएगा। एनपीएस के तहत जिस कर्मचारी को 70 हजार वेतन मिलता है, उसे पेंशन डेढ़ से 2 हजार रुपये पेंशन दी जा रही है। सभी कर्मचारी एकजुट होकर पुरानी पेंशन बहाली की मांग कर रहे हैं। 


Conclusion:वही प्राथमिक शिक्षक संघ जिला कांगड़ा के अध्यक्ष संजय पीसी ने कहा कि केंद्र सरकार ने मई 2009 में नोटिफिकेशन जारी करके कर्मचारी वर्ग को जो लाभ दिया है  उसे प्रदेश में तुरंत लागू किया जाए, क्योंकि उसमें पारिवारिक पेंशन का प्रावधान किया गया है। किसी कर्मचारी की मौत होने पर कोई वित्तीय लाभ उसके परिवार को नहीं मिलता। हमारी पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम जयराम ठाकुर से मांग है कि नई पेंशन योजना को बंद करके पुरानी पेंशन योजना को शुरू करें, जिससे कर्मचारी वर्ग राहत महसूस कर सके। 

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