सुलह: कांगड़ा जिले में सुलह विधानसभा सीट पर बीजेपी प्रत्याशी विपिन सिंह परमार ने जीत हासिल कर ली है. विपिन सिंह परमार को 33256 वोट मिले हैं, वहीं निर्दलीय उम्मीदवार 27513 वोट के साथ दूसरे नंबर पर रहे वहीं, 6106 वोट के साथ कांग्रेस प्रत्याशी जगदीश सिपहिया तीसरे नंबर पर रहे. विपिन सिंह परमार सुलह से मौजूद विधायक हैं. इस तरह देखा जाए तो विपिन सिंह परार अपनी सीट बचाने में कामयबा रहे हैं.
सुलह विधानसभा सीट पर मैदान में थे 9 प्रत्याशी: सुलह विधानसभा सीट पर बीजेपी उम्मीदवार विपिन सिंह परमार ने जीत हासिल की है. सुलह विधानसभा सीट से अधिक 9 उम्मीदवार चुनावी जंग में उतरे थे. इनमें से कांग्रेस से जगदीश चंद सपहिया, भाजपा से विपिन सिंह परमार, आम आदमी पार्टी से रविंदर सिंह, बसपा से सुरेश कुमार चुनावी जांग में उतरे थे. जबकि जगजीवन पाल, चंदर भान, डॉ. स्वरूप सिंह राणा, सुमन कुमार और रेखा रानी निर्दलीय उम्मीदवार उम्मीदवार शामिल थे. (himachal election 2022 result ) (Sullah Assembly seat BJP candidate Vipin Parmar)
सुलह विधानसभा सीट से चुनावी दंगल में भाजपा और कांग्रेस के अलावा इस बार आम आदमी पार्टी भी पूरे दमखम के साथ उतरी हुई थी. सुलह विधानसभा सीट से भाजपा ने विपिन सिंह परमार को टिकट दिया था तो वहीं, कांग्रेस ने जगदीश सिपहिया को उम्मीदवार बनाया था. सुलह विधानसभा सीट पर 2022 में 70.69 प्रतिशत मतदान हुआ था. (Vipin Singh Parmar vs Jagdish Chand Sapehia) (sullah assembly seat result)
कौन हैं भाजपा प्रत्याशी विपिन सिंह परमार: विपिन सिंह परमार 59 वर्ष के हैं. चुनाव आयोग में दाखिल शपथ पत्र के अनुसार विपिन सिंह परमार ने बीए और एलएलबी की शिक्षा ग्रहण की है. चुनाव आयोग को सौंपे गए शपथ पत्र में विपिन सिंह परमार ने अपनी कुल संपत्ति 5.4 करोड़ रुपए घोषित की है, इसमें Rs 2.8 करोड़ रुपए की चल संपत्ति और Rs 2.6 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति शामिल है. विपिन सिंह परमार पर आपराधिक मामलों की बात करें तो उनके ऊपर कोई भी आपराधिक मामले दर्ज नहीं है. (HP Poll Result 2022)
कौन हैं कांग्रेस प्रत्याशी जगदीश सिपहिया: जगदीश चंद सिपहिया 67 वर्ष के हैं. चुनाव आयोग में दाखिल शपथ पत्र के अनुसार जगदीश चंद सपेहिया ने 1990 में बीए की शिक्षा ग्रहण की है. जगदीश चंद सपेहिया के पास कुल संपत्ति 1.8 करोड़ रुपए घोषित की है, इसमें 59.9 लाख रुपए की चल संपत्ति और 1.2 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति शामिल है. जगदीश चंद सिपेहिया पर तीन आपराधिक मामले दर्ज हैं. (Sullah Voting Percentage 2022)
क्यों महत्वपूर्ण हैं सुलह विधानसभा सीट: साल 2017 में भाजपा के कब्जे वाली सुलह विधानसभा सीट (Sullah Assembly Seat) पर 1972 से लेकर 2017 तक के कुल 11 चुनावों की बात करें तो यहां पर कभी भी किसी एक पार्टी के प्रत्याशी ने लगातार दो बार जीत दर्ज नहीं की है. हालांकि शुरुआत के दो चुनावों 1972 और 1977 में क्रमश: बीजेएस और जेएनपी के प्रत्याशियों ने विजय पताका फहराया है. इसके बाद के सभी चुनावों में भाजपा और कांग्रेस ने बारी-बारी से सीट पर जीत दर्ज की है. (Congress and BJP candidate in Sullah)
बता दें कि इस सीट का यह इतिहास रहा है कि यहां से हमेशा विधायक बदलते रहे हैं. सुलह वही विधानसभा सीट है, जहां से प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार दो बार जीते थे. इस बार विपिन सिंह परमार ने दोबारा जीत हासिल की है. कांगड़ा जिले में सुलह विधानसभा सीट को हमेशा से VIP सीट माना जाता रहा है.