धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने दो सालों में अपनी आय में इजाफा किया है. बोर्ड ने अपने संसाधनों का अधिक इस्तेमाल करते हुए यह मुकाम पाया है. दो वर्ष पहले जहां बोर्ड की वार्षिक आय प्राप्ति 70.80 करोड़ थी, वहीं पिछले दो साल में बोर्ड ने इसमें 55 करोड़ की बढ़ोतरी दर्ज की है. इसके लिए बोर्ड ने रणनीति के तहत काम किया और उसमें बोर्ड सफल भी रहा है.
संसाधनों के इस्तेमाल को किया कम
बोर्ड के चेयरमैन डॉ. सुरेश कुमार सोनी ने कहा कि उन्होंने बोर्ड चेयरमैन का पदभार संभाला था, उस समय बोर्ड की वार्षिक प्राप्ति 70.80 करोड़ रुपये थी, जिससे आगामी 3-4 महीनों में बोर्ड कर्मचारियों, अधिकारियों व पेंशनर्स को भुगतान में मुश्किलें आ सकती थी. इस पर आय बढ़ाने और संसाधनों के अधिक इस्तेमाल को कम किया गया, जिसके तहत अधिक किताबें छापी गई किया.
2 साल में रिकार्ड बढ़ोतरी
साथ ही जो पुस्तकें उपलब्ध नहीं थी, उनका मुद्रण किया गया. बोर्ड के खर्च को कम किया और खरीद में पारदर्शिता लाई गई. स्कूल बोर्ड चेयरमैन बहुत कम रेट पर उत्तम क्वालिटी का पेपर खरीदा गया. वहीं, टेट साल में एक बार होता था, उसे दो बार किया गया. संसाधनों के इस्तेमाल से बोर्ड ने 2 साल में रिकार्ड बढ़ोतरी 55 करोड़ की हासिल की है.
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