धर्मशाला: प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने कहा कि कोरोना महामारी के चलते जो देश में स्थितियां बनी हैं, उससे हिमाचल और जिला कांगड़ा भी अछूता नहीं है. अब बाजार में बाजार खुलना शुरू हो गए हैं. विभिन्न विभागों में काम शुरू हो गए हैं, ऐसे में हर जिला में विकास कार्यों की समीक्षा की जाए.
इसी कड़ी में जिला कांगड़ा में रिव्यू मीटिंग का आयोजन किया गया. विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने डीआरडीए धर्मशाला में कोरोना संकट के बीच शुरू हुए विकास कार्यों की समीक्षा बैठक की. परमार ने कहा कि बैठक में लोक निर्माण विभाग, फारेस्ट, टूरिज्म, टांडा मेडिकल कालेज और नेशनल हाईवे का रिव्यू हुआ है.
बैठक में पीएमजीएसवाई, नावार्ड के तहत बनने वाली सड़कों सहित एएमपी के तहत सड़कों की मेटलिंग होनी है उस पर चर्चा की गई है. परमार ने कहा कि हो सकता है कि कोरोना वायरस आगे चलकर कम्यूनिटी में आए, हालांकि अभी पहुंचा नहीं है. उस परिस्थिति से निपटने के लिए भी जिला कांगड़ा और प्रदेश में और कोविड सेंटर खोले जाएं, इस दिशा में भी कार्य किया जा रहा है.
परमार ने कहा कि टांडा मेडिकल कालेज में 27 वेंटीलेटर अपडेटिड हैं और 4 और वेंटिलेटर का टेंडर कर दिया गया है. जोनल अस्पताल धर्मशाला में भी 5 वेंटिलेटर रखे गए हैं. परमार ने कहा कि आईजीएमसी और टांडा मेडिकल कालेज प्रदेश के लिए महत्वपूर्ण हैं. टांडा मेडिकल कालेज में एक आइसोलशन वार्ड भी रखा गया है, ताकि एकदम से दबाव आने पर मरीजों को वहां रखने की व्यवस्था की गई है.
वहीं, वेंटीलेटर्स को अपडेट कर दिया गया है. मास्क, फेस शील्ड, पीपीई किटस पर्याप्त मात्रा में हैं. परमार ने कहा कि मुझे लगता है कि ऐसे वक्तव्य जो कि ज्वालामुखी के विधायक ने कहे, किसी स्थान पर बोलना यह उचित नहीं है. किसी कोई गिला शिकवा है तो हर जगह उस बात को रखने का स्थान है. कांगड़ा में आयोजित बैठक के बारे में परमार ने कहा कि कहीं कार्यकर्ता-नेता बैठते हैं तो अच्छी बात है.
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