धर्मशालाः हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कांगड़ा और चंबा जिला में कोरोना महामारी में हुई बढ़ोतरी पर समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की. स्थानीय स्वास्थ्य और प्रशासनिक अधिकारियों को कोरोना के पांच से अधिक मामले वाले क्षेत्रों को मिनी कंटेनमेंट जोन घोषित करने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने कोरोना टेस्ट की संख्या बढ़ाने के भी निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए. उन्होंने स्थानीय निकायों और स्वयंसेवी संस्थाओं से लोगों को जागरूक करने में प्रदेश सरकार की सहायता करने का आग्रह किया.
होम आइसोलेशन में हो निगरानी
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि दोनों जिलों में सक्रिय मामलों की संख्या बढ़ रही है और होम आइसोलेशन के तहत व्यक्तियों की नियमित रूप से निगरानी की जानी चाहिए. उनका मनोबल बढ़ाने के लिए उनका उचित मार्गदर्शन किया जाना चाहिए और स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा उन्हें थर्मामीटर, ऑक्सीमीटर और दवा उपलब्ध करवाई जानी चाहिए.
कोरोना से बचाव जरूरी
मुख्यमंत्री ने कहा कि नवरात्रों को ध्यान में रखते हुए मंदिरों और अन्य धार्मिक स्थलों पर जाने वाले सभी भक्तों को भीड़-भाड़ से बचना चाहिए और अधिकारियों द्वारा भीड़ को नियंत्रित करने के लिए उचित कदम उठाए जाने चाहिए. राज्य सरकार ने मंदिरों को खोलने की अनुमति दी है और साथ ही लंगर, भंडारों और कीर्तन के आयोजन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. राज्य मंत्रिमंडल के निर्णय के तहत कोरोना की उच्च संख्या वाले सात राज्यों के लोगों के राज्य में प्रवेश के लिए किसी भी आईसीएमआर केंद्र द्वारा मान्य निगेटिव आरटीपीसीआर रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी, जो 72 घंटों से अधिक पुरानी नहीं होनी चाहिए.
निर्वाचित सदस्य लोगों को करें जागरूक
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि पंचायती राज संस्थानों के नव निर्वाचित सदस्यों को इस खतरनाक वायरस से निपटने में स्थानीय लोगों की सहायता के लिए सक्रिय रूप से और लगातार काम करना चाहिए. उन्हें समय-समय पर सरकार की ओर से जारी किए मानक संचालन प्रक्रियाओं का सख्ती से पालन करने के लिए लोगों को जागरूक करना चाहिए.
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