ETV Bharat / state

क्षयरोग उन्मूलन में हिमाचल बड़े राज्यों में अव्वल, इस वर्ष खोजे गए टीबी के 12715 मामले - क्षयरोग निवारण

कांगड़ा में क्षयरोग निवारण की गतिविधियों को लेकर समीक्षा बैठक की गई. समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश गुलेरी मुख्य रूप से उपस्थित रहे.

क्षयरोग उन्मूलन में हिमाचल बड़े राज्यों में अव्वल
author img

By

Published : Sep 20, 2019, 12:01 AM IST

धर्मशालाः हिमाचल देश के सभी राज्यों में क्षयरोग उन्मूलन में अव्वल आंका गया है. विश्व में प्रति वर्ष एक करोड़ टीबी के नए मामले सामने आते हैं, जिसमें से एक चौथाई से अधिक भारत में होते है, यह बात जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश गुलेरी ने जिला कांगड़ा में क्षय रोग निवारण की गति विधियों की समीक्षा बैठक में शिरकत करते हुए कही.

बैठक की अध्यक्षता एडीसी जिला कांगड़ा राघव शर्मा ने की. डॉ. गुलेरी ने कहा कि हिमाचल में वर्ष 2018 में 16648 मामले प्रकाश में आए व 2019 में अब तक 12715 मरीजों की खोज की गई है. इन में से 2634 मामले जिला कांगड़ा के है.

वीडियो.

उन्होंने कहा कि बिगड़ी हुई टीबी जिसे एमडीआर टीबी भी कहते हैं. प्रदेश मे इसके 455 मामले सामने आए हैं और इनमें से 79 जिला कांगड़ा से हैं. जिला क्षयरोग अधिकारी कांगडा डॉ. आरके सूद ने बताया कि जिला में आधुनिक जांच सुविधाएं निशुल्क उपलब्ध हैं.

सीबी नैट की मशीन से 2 घंटे में न केवल टीबी की बीमारी का पता लग जाता है.उन्होंने कहा कि 2 सप्ताह से अधिक खांसी वाले व्यक्ति तुरंत नजदीकी संस्थान मे सम्पर्क करें. मरीजों को पौष्टिक आहार के लिए 500 रुपये प्रति माह बैंक खातों के माध्यम से दी जा रही है व जिला कांगड़ा मे 86.4 लाख की राशि मरीजों को निक्षय पोषण योजना के अन्तर्गत दी जा चुकी है.

ये भी पढ़ें: कुल्लू दशहरा में देखने को मिलेगी प्रदेश की संस्कृति की झलक, लोक नृत्यों का होगा आयोजन

धर्मशालाः हिमाचल देश के सभी राज्यों में क्षयरोग उन्मूलन में अव्वल आंका गया है. विश्व में प्रति वर्ष एक करोड़ टीबी के नए मामले सामने आते हैं, जिसमें से एक चौथाई से अधिक भारत में होते है, यह बात जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश गुलेरी ने जिला कांगड़ा में क्षय रोग निवारण की गति विधियों की समीक्षा बैठक में शिरकत करते हुए कही.

बैठक की अध्यक्षता एडीसी जिला कांगड़ा राघव शर्मा ने की. डॉ. गुलेरी ने कहा कि हिमाचल में वर्ष 2018 में 16648 मामले प्रकाश में आए व 2019 में अब तक 12715 मरीजों की खोज की गई है. इन में से 2634 मामले जिला कांगड़ा के है.

वीडियो.

उन्होंने कहा कि बिगड़ी हुई टीबी जिसे एमडीआर टीबी भी कहते हैं. प्रदेश मे इसके 455 मामले सामने आए हैं और इनमें से 79 जिला कांगड़ा से हैं. जिला क्षयरोग अधिकारी कांगडा डॉ. आरके सूद ने बताया कि जिला में आधुनिक जांच सुविधाएं निशुल्क उपलब्ध हैं.

सीबी नैट की मशीन से 2 घंटे में न केवल टीबी की बीमारी का पता लग जाता है.उन्होंने कहा कि 2 सप्ताह से अधिक खांसी वाले व्यक्ति तुरंत नजदीकी संस्थान मे सम्पर्क करें. मरीजों को पौष्टिक आहार के लिए 500 रुपये प्रति माह बैंक खातों के माध्यम से दी जा रही है व जिला कांगड़ा मे 86.4 लाख की राशि मरीजों को निक्षय पोषण योजना के अन्तर्गत दी जा चुकी है.

ये भी पढ़ें: कुल्लू दशहरा में देखने को मिलेगी प्रदेश की संस्कृति की झलक, लोक नृत्यों का होगा आयोजन

Intro:धर्मशाला- भारत सरकार द्वारा हिमाचल बड़े राज्यों मे क्षय रोग उन्मूलन में अव्वल आंका गया है। विश्व मे प्रति वर्ष एक करोड़ टीबी के नए मामले सामने आते हैं, जिसमें से एक चौथाई से अधिक भारत में होते है। यह बात जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. राजेश गुलेरी ने आज जिला कांगड़ा में क्षय रोग निवारण की गति विधियों की समीक्षा बैठक में शिरकत करते हुए कही। बैठक की अध्यक्षता एडीसी जिला कांगड़ा राघव शर्मा ने की।
Body:
डा. गुलेरी ने कहा कि हिमाचल में वर्ष 2018 में 16648 मामले प्रकाश में आए व 2019 में अब तक 12715 मरीजों की खोज की गई है। इन में से 2634 मामले जिला कांगड़ा के है। उन्होंने कहा कि बिगड़ी हुई टीबी जिसे एमडीआरटी बी भी कहते हैं के प्रदेश मे 455 मामले हैं और इनमें से 79 जिला कांगड़ा से हैं, जो कि चिंता की बात नहीं, क्योंकि अधिक मरीज खोजना टीबी उनमूलन का पहला चरण है।
Conclusion:
जिला क्षय रोग अधिकारी कांगडा डा. आरके सूद ने बताया कि जिला में आधुनिक जांच सुविधाएं निशुल्क उपलब्ध हैं। सीबी नैट की मशीन से 2 घंटे में न केवल टीबी की बीमारी का पता लग जाता है, अपितु यह भी पता चल जाता हे कि साधारण टीबी है या बिगड़ी हुई टीबी है। उन्होंने कहा कि 2 सप्ताह से अधिक खांसी वाले व्यक्ति तुरंत नजदीकी संस्थान मे सम्पर्क करें। मरीजों को पौष्टिक आहार के लिए 500 रुपए प्रति माह बैंक खातों के माध्यम से दी जा रही है व जिला कांगड़ा मे 86.4 लाख की राशि मरीजो को निक्षय पोषण योजना के अन्तर्गत दी जा चुकी है।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.