ज्वालामुखी: ज्वालामुखी में लोक निर्माण विभाग की कार्यप्रणाली पर लोगों ने सवाल खड़े किए है. बता दें कि अस्पताल के नजदीक डॉक्टरों के रहने के लिए गए बनाए गए आवासीय कमरें अभी तक विभाग की ओर से अस्पताल प्रबंधन को नहीं दिए गए हैं.
ऐसे में देखरेख के अभाव के चलते भवनों की हालत दिन-प्रतिदिन जर्जर होती जा रही है. आलम यह है कि आवारा पशुओं ने भवनों के नीचे अपना आशियाना बना लिया है. बीते 2 साल से धूल फांक रही भवन को पीडब्ल्यूडी विभाग ने अभी तक अस्पताल प्रबंधन को नही सौंपा है, जिससे विभाग की कार्यप्रणाली पर कई तरह के सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं.
बीते कुछ महीने पहले अस्पताल के नए भवन के निर्माण को लेकर स्थानीय विधायक सहित अन्य अधिकारियों ने उक्त जगह का जायजा लिया था. स्थानीय लोगों की ओर से डॉक्टरों के आवासीय कमरों को लेकर उठाए सवाल पर विधायक रमेश धवाला ने आश्वाशन दिया था कि जल्द ही सारा भवन अस्पताल प्रबंधन को सौंप दिए जाएंगे, लेकिन अभी तक इस ओर कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
भवनों के आवंटित होने के बाद ये मिलेगी सुविधा
बता दें कि अस्पताल के पास इन भवनों को बनाने का मुख्य लक्ष्य यही था कि आपातकालीन स्थिती में भी मरीजों को 24 घंटे डॉक्टरों की सुविधा मिल सके. लेकिन पीडब्लूडी विभाग की लापरवाही के चलते डॉक्टरों को मजबूरन किराए के कमरे में रहना पड़ रहा है.
मामले पर क्या कहते हैं एसडीएम
इस मामले को लेकर एसडीएम ज्वालाजी अंकुश शर्मा ने कहा जानकारी के अनुसार अभी लोक निर्माण विभाग ने यह भवन ज्वालाजी अस्पताल प्रबंधन के अधीन नहीं किए हैं. उन्होंने कहा का भवन में कुछ काम बचा है, जिसे जल्द ही पूरा कर अस्पताल प्रबंधन को सौंप दिए जाएंगे.