पालमपुर: कोरोना महामारी के दौर में टी बोर्ड की ओर से कांगड़ा चाय उद्योग से जुड़े लोगों के लिए दो करोड़ रुपये की सहायता संजीवनी के तौर पर आई है. 2019-20 के वित्तीय वर्ष में चाय उद्योग से जुड़े 1108 लोगों को 196.14 लाख रुपये की मदद मुहैया करवाई गई है.
अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के चाय उत्पादकों, चाय बागानों, चाय उद्योगों, लघु चाय उत्पादकों और श्रमिकों को यह सहायता प्रदान की गई है. चाय उत्पादन से जुड़े अनुसूचित जाति के 60 और अनुसूचित जनजाति के 360 सहित कुल 440 लोगों को छोटे चाय बागानों और लघु उद्योगों के प्रबंधन और रखरखाव के लिए 125.5 लाख रुपये उपलब्ध करवाए गए हैं.
इसके साथ ही क्षेत्र के सैकड़ों चाय उत्पादकों के लिए काम कर रही पालमपुर कोऑपरेटिव टी फैक्ट्री को 33 लाख रुपये की मदद प्रदान की गई है. जिससे यहां पर एक नई मशीन स्थापित किए जाने की योजना है. बैजनाथ और पालमपुर उपमंडल के तहत कार्य कर रहे चार बड़े चाय बागानों में काम करने वाले श्रमिकों के बच्चों की पढ़ाई-लिखाई के लिए 1.92 लाख रुपये की सहायता दी गई है.
जानकारी के अनुसार आर्थोडॉक्स टी प्रोडक्शन इंसेंटिव में कुछ चाय उद्योगों को दस लाख रुपये की सहायता दी गई है. पालमपुर स्थित टी बोर्ड ऑफ इंडिया के क्षेत्रीय कार्यालय के उपनिदशक डॉ. अनुपम दास ने बताया कि इस कठिन दौर में टी बोर्ड चाय बागान मालिकों की हरसंभव सहायता को तत्पर हैं.
डॉ. अनुपम दास ने बताया विभिन्न मदों के तहत क्षेत्र के चाय उत्पादकों के साथ श्रमिकों के लिए भी करीब दो करोड़ रुपये की मदद मुहैया करवाई गई है, जिससे 1108 लोग लाभान्वित हुए हैं. वहीं, पालमपुर कोऑपरेटिव टी फैक्ट्री के लिए भी 33 लाख रुपये का प्रावधान किया गया है.
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